सागर धनखड़ हत्याकांड में आज दायर होगा आरोप पत्र, 100 से अधिक गवाह खोलेंगे सुशील कुमार का पोल

सुशील ने किस तरह से वारदात की साजिश रची और अपने खास सहयोगी अजय सहरावत के जरिए घटना वाली रात वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली हरियाणा व पंजाब से पहलवानों व गैंगस्टर नीरज बवाना व काला जठेड़ी के गुर्गों को दिल्ली बुलाया था।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:45 AM (IST)
सागर धनखड़ हत्याकांड में आज दायर होगा आरोप पत्र, 100 से अधिक गवाह खोलेंगे सुशील कुमार का पोल
माडल टाउन स्थित छत्रसाल स्टेडियम की पार्किंग में पिटाई से हुई थी सागर धनखड़ की मौत

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड में क्राइम ब्रांच सोमवार को आरोप पत्र दायर करेगी। मामले में ओलंपियन सुशील कुमार समेत कुल 18 आरोपित बनाए गए हैं, जिनमें 15 आरोपितों को पुलिस अबतक गिरफ्तार कर चुकी है। ये सभी तिहाड़ जेल में बंद हैं।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले में 100 से अधिक गवाह बनाए गए हैं। अहम सुबूत के तौर पर सबसे अधिक इलेक्ट्रानिक सुबूत को आरोप पत्र में रखा गया है। सुशील ने किस तरह से वारदात की साजिश रची और अपने खास सहयोगी अजय सहरावत के जरिए घटना वाली रात वारदात को अंजाम देने के लिए दिल्ली, हरियाणा व पंजाब से पहलवानों व गैंगस्टर नीरज बवाना व काला जठेड़ी के गुर्गों को दिल्ली बुलाया था। आरोप पत्र में इस बात को प्रमुखता से रखा गया है।

पुलिस अधिकारी का कहना है कि जो आरोपित अभी गिरफ्तार नहीं किए गए हैं उनकी गिरफ्तारी के बाद पूरक आरोप पत्र दायर किया जाएगा। आरोप पत्र में कहा गया है कि सुशील का माडल टाउन दो स्थित पत्नी सावी के नाम वाले विवादित फ्लैट में सागर व उसके दोस्तों द्वारा हिस्सा मांगने को लेकर ही झगड़े की शुरूआत हुई थी। इसके बाद में कई अन्य मसले पर भी इनके बीच विवाद बढ़ता चला गया।

सुशील का पहलवानों के बीच वर्चस्व था। उसे सागर व उसके साथियों की सीनाजोरी खटकने लगी थी। उसे ऐसा लगने लगा था कि अगर इन्हें सबक न सिखाया जाए तब उसका वर्चस्व खत्म हो सकता है। इसलिए सबक सिखाने के लिए सुशील ने हरियाणा, पंजाब व दिल्ली से बदमाशों व पहलवानों को इकटठा कर हथियार व डंडे जुटाए उसके बाद 4 मई की देर रात सागर समेत पांचों पहलवानों को उनके घरों से उठाकर छत्रसाल स्टेडियम लाकर बेरहमी से पिटाई की थी।

सुशील के कहने पर वारदात में शामिल प्रिंस दलाल ने अपने मोबाइल से पिटाई करते हुए वीडियो बनाया था। वीडियो बनाने का मकसद उसे पहलवानों के बीच वायरल करना था ताकि कोई और पहलवान भविष्य में सुशील के हुक्म पर आवाज न उठा पाए। पहलवानों में दहशत कायम करने के लिए पूरी योजना के तहत वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस ने वारदात वाली रात ही मौके से प्रिंस दलाल को दबोच उसका मोबाइल जब्त कर लिया था। मोबाइल में पिटाई के कई वीडियो मिले थे, जो सुशील के कहने पर बनाए गए थे। उक्त वीडियो को अहम सुबूत बनाया गया है।

आरोप पत्र में बताया गया है कि माडल टाउन के डी ब्लाक में किन्हीं दो भाइयों की पैतृक प्रापर्टी (फ्लैट) थी। माडल टाउन के कुछ प्रापर्टी माफिया के जरिए एक भाई ने सुशील को अवैध तरीके से कब्जा दे दिया था। सुशील ने उक्त फ्लैट को फर्जी तरीके से पत्नी के नाम करा लिया था। फ्लैट के मालिकाना हक को लेकर कोई आवाज न उठा पाए इसके लिए सुशील ने उसमें सागर व सोनू महाल को रहने के लिए दे दिया था। इन दोनों ने अपने साथ तीन अन्य पहलवानों को भी रख लिया था।

मामला शांत होने पर सुशील जब सोनू व सागर से फ्लैट खाली कर देने को कहा तब ये प्रापर्टी में हिस्से की मांग करने लगे थे। हालांकि काफी दबाव बनाने पर घटना से एक सप्ताह पहले इन्होंने फ्लैट खाली कर दिया था, लेकिन इनकी हरकतों से सुशील काफी गुस्से व तनाव में था।

सोनू महाल की उजबेकिस्तान की एक महिला मित्र अक्सर उसके फ्लैट में आती थी। मार्च में सोनू ने उक्त फ्लैट में युवती का बर्थडे पार्टी मनाया था। एक दिन अचानक अजय सहरावत जब सोनू व सागर से फ्लैट खाली कर देने की बात कहने वहां पहुंचा तब वहां युवती अकेले थी। उसने युवती के साथ गलीगलोच की थी। इसको लेकर भी सोनू व सागर ने अजय को फोन कर देख लेने की धमकी दी थी। घटना से एक दिन पहले तीन मई को सागर, सोनू व अन्य से छत्रसाल स्टेडियम में किसी बात को लेकर झगड़ा होने पर इन्होंने सुशील काे अपमानित किया था। इस तरह के कई अन्य कारणों से खफा होकर सुशील ने सबक सिखाने के लिए पहलवानों की पिटाई की थी।

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