चांदनी चौक के हजारों परेशान व्यापारियों ने सरकार से कहा- आखिर कब तक ठेले पर लादेंगे सोना-चांदी

सिंघल ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से सोना-चांदी लाने- ले जाने वाली लाजिस्टिक कंपनियों की गाड़ियों को लाल किला और टाउनहाल के पास ही रोक दिया जाता हैं। इसके कारण व्यापारियों को कीमती सामान ठेले पर लादकर कूंचा महाजनी तक लाना पड़ता है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 02 Sep 2021 05:41 PM (IST) Updated:Thu, 02 Sep 2021 05:41 PM (IST)
चांदनी चौक के हजारों परेशान व्यापारियों ने सरकार से कहा- आखिर कब तक ठेले पर लादेंगे सोना-चांदी
सोने-चांदी का सामान लेकर आने वाले वाहनों को चांदनी चौक में प्रवेश देने की व्यवस्था की जाए।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। चांदनी चौक के सुंदरीकरण के काम के चलते पिछले दिनों चांदनी चौक की मुख्य सड़क को वाहनों के लिए मुक्त कर दिया गया था। कूंचा महाजनी चांदनी चौक दी बुलियन एडं ज्वेलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन योगेश सिंघल का कहना है कि सोने-चांदी का सामान लेकर आने वाले वाहनों को चांदनी चौक में प्रवेश देने की व्यवस्था की जाए।

डेढ़ महीने से गाड़ियों की एंट्री पर है रोक

सिंघल ने कहा कि पिछले डेढ़ महीने से सोना-चांदी लाने- ले जाने वाली लाजिस्टिक कंपनियों की गाड़ियों को लाल किला और टाउनहाल के पास ही रोक दिया जाता हैं। इसके कारण व्यापारियों को कीमती सामान ठेले पर लादकर कूंचा महाजनी तक लाना पड़ता है। इससे सुरक्षा का बहुत बड़ा खतरा बना हुआ है। किसी भी दिन लूटपाट हो सकती है। उन्होंने कहा कि नोटिफिकेशन में कैश बैंक वैन के साथ बुलियन शब्द नहीं लिखने से यह समस्या आ रही हैं।

लोक निर्माण विभाग के मंत्री को लिखा पत्र

उन्होंने बताया कि इस समस्या का लेकर लोक निर्माण विभाग के मंत्री सतेंद्र जैन को पत्र लिखा गया है। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष से भी ये मांग की गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। वहीं, इसको लेकर स्पेशल कमिश्नर आफ ट्रैफिक पुलिस मुकतेश चंद्र को भी पत्र लिखा गया है।

सेवानिवृत्त सफाई कर्मी को पांच लाख मिलेंगे: जय प्रकाश

इधर, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर जय प्रकाश ने बताया कि बतौर महापौर उन्होंने जो सेवानिवृत्त सफाई कर्मचारियों के लिए पांच लाख रुपये की राशि देने का प्रस्ताव विभाग को दिया था उसे मंजूर कर लिया गया है। अब प्रत्येक सफाई कर्मचारी की सेवानिवृत्ति होने के एक माह के भीतर पांच लाख की राशि दी जाएगी।

जय प्रकाश ने बताया कि निगम की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसके चलते कर्मचारियों के सेवानिवृत्त होने के बाद उन्हें जो सेवानिवृत्ति के लाभ मिलने में देरी होती है। ऐसे में निगम ने सफाई कर्मचारी जो निगम की रीढ़ की हड्डी है उसे फिलहाल पांच लाख रुपये देने का फैसला किया है। बाकी राशि भी जल्द मिले इसकी भी पूरी योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि निगम में वेतन जो तीन से पांच माह तक बकाया रहता था वह अब लगभग खत्म हो गया है। अब कर्मचारियों को 20-25 दिन देरी से सभी को वेतन दे दिया जा रहा है।

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