वैक्सीन लगाने के बाद संक्रमित होने की संभावना बेहद कम, एक अस्पताल के सर्वे में सामने आए तथ्य, पढ़िए पूरी रिपोर्ट

अध्ययन के मुताबिक टीका लगवाने वाले 97.38 फीसद लोग संक्रमण से सुरक्षित रहे। जो लोग संक्रमित हुए हैं उनमें से महज 0.06 फीसद लोगों को ही अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। अध्ययन से यह भी पता चला है कि टीकाकरण के बाद प्राथमिक तौर पर बेहद हल्का संक्रमण होता है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 16 May 2021 01:07 PM (IST) Updated:Sun, 16 May 2021 01:07 PM (IST)
वैक्सीन लगाने के बाद संक्रमित होने की संभावना बेहद कम, एक अस्पताल के सर्वे में सामने आए तथ्य, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
टीका लेने के बाद संक्रमित हुए लोगों में से सिर्फ 0.06 फीसद लोग हुए अस्पताल में भर्ती।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने शनिवार को टीका लगने के बाद संक्रमित हुए लोगों पर किए एक अध्ययन के नतीजे साझा किए। अध्ययन के मुताबिक टीका लगवाने वाले 97.38 फीसद लोग संक्रमण से सुरक्षित रहे हैं। वहीं, जो लोग संक्रमित हुए हैं उनमें से महज 0.06 फीसद लोगों को ही अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। अध्ययन से यह भी पता चला है कि टीकाकरण के बाद प्राथमिक तौर पर बेहद हल्का संक्रमण होता है। ऐसे मामलों में आइसीयू में भर्ती होने या मौत की नौबत नहीं आती है। यह अध्ययन इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल, नई दिल्ली के उन स्वास्थ्यकर्मियों पर किया गया, जिनमें कोविशील्ड वैक्सीन लगने के पहले 100 दिनों के अंदर कोविड के लक्षण आए।

अध्ययन के परिणामों को एक पीयर-रिव्यूड मेडिकल जर्नल में प्रकाशित करने की तैयारी चल रही है। अपोलो हास्पिटल समूह के मेडिकल डायरेक्टर एवं सीनियर कंसल्टेंट डाक्टर अनुपम सिब्बल ने कहा कि हाल ही में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान मामले तेजी से बढ़े हैं। इनमें बड़ी संख्या में टीका लगने के बाद भी लोगों को संक्रमण हुआ है। इस तरह का संक्रमण कुछ लोगों में आंशिक या कुछ लोगों में पूर्ण टीकाकरण के बाद हुआ है। अध्ययन दर्शाते हैं कि टीकाकरण 100 फीसद इम्यूनिटी नहीं देता है, लेकिन यह गंभीर लक्षणों से सुरक्षित रखता है।

अध्ययन के तहत 3,235 स्वास्थ्य कर्मियों को शामिल किया गया। 3,235 में से 85 स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड-19 का संक्रमण हुआ। इनमें से 65 यानी 2.62 फीसद को पूर्ण टीकाकरण और 20 यानी 2.65 फीसद का आंशिक टीकाकरण हो चुका था। इनमें प्रभावित होने वाली महिलाओं की संख्या अधिक थी और उम्र का संक्रमण के मामलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। अध्ययन के लेखकों में से एक वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ डा. राजू वैश्य ने कहा कि टीका लगने के बाद संक्रमित होने के कई कारकों मास्क नहीं पहनना, शारीरिक दूरी का पालन नहीं करना शामिल हैं। टीका लगने के बाद शरीर में इम्यूनिटी विकसित होने में समय लगता है। इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है।

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