CBSE Exam Result 2021: आसान नहीं थी परिणाम तैयार करने की राह..पढ़िए Exclusive Interview
संयम भारद्वाज ने बताया कि 12वीं का परिणाम तैयार करने के लिए बोर्ड के सभी अधिकारियों ने सोचा था कि छात्र के मूल्यांकन के जितने ज्यादा अंक बोर्ड के पास होंगे उतना ही बेहतर परिणाम तैयार होगा। दूसरा परिणाम ठीक उस तरह बने जैसा परीक्षा आयोजित होने पर बनता।
नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की परीक्षा रद होने के बाद छात्रों का परिणाम तैयार करना सीबीएसई के लिए एक नई चुनौती थी। बोर्ड को इस चुनौती का सामना स्कूलों से लेकर अदालत तक करना पड़ा। परिणाम तैयार करने के लिए मूल्यांकन नीति तैयार करना ऐसा था मानों अंधेरे कमरे में काली बिल्ली को पकड़ना। काम मुश्किल जरूर था लेकिन बोर्ड द्वारा तैयार की गई 13 सदस्यीय कमेटी ने इस चुनौती से भी पार पा लिया। ये कहना है सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज का।
संयम ने बताया कि 12वीं का परिणाम तैयार करने के लिए बोर्ड के सभी अधिकारियों ने सोचा था कि छात्र के मूल्यांकन के जितने ज्यादा अंक बोर्ड के पास होंगे उतना ही बेहतर परिणाम तैयार होगा। दूसरा हम ये भी चाहते थे कि परिणाम ठीक उस तरह बने जैसा परीक्षा आयोजित होने पर बनता।
उन्होंने कहा कि बोर्ड के समक्ष मूल्यांकन नीति तैयार करते समय एक चुनौती थी कि जो योग्य छात्र हैं उन्हें किसी तरह से अंकों के लिए संघर्ष न करना पड़े। चूंकि अंक स्कूलों के हाथ में थेे तो ये भी लग रहा था कि स्कूलों कहीं कम अंक लाने वाले छात्र को भी योग्य छात्र के बराबर अंक न दे दे। लेकिन, कमेटी के सदस्यों ने 10 दिन तक मूल्यांकन को लेकर 20-25 बैठकें की। जब लगा कि अब मूल्यांकन नीति परिणाम जारी के लिए बिल्कुल सटीक है। तब कमेटी ने मूल्यांकन का 30-30-40 फार्मूला सार्वजनिक किया और ये रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंपी।
उन्होंने बताया कि कमेटी की कोशिश थी कि मूल्यांकन फार्मूला ऐसा हो कि जो छात्रों को 360 डिग्री से मूल्यांकन करे और ये हर मानक पर खरा हो। इसलिए इसमें 10वीं के 30 फीसद, 11वीं के 30 फीसद और 12वीं के 40 फीसद अंकों को शामिल किया गया।
संयम के मुताबिक परिणाम तैयार करने के लिए एक साफ्टवेयर भी तैयार किया गया था ताकि उनको परिणाम जारी करने में आसानी हो। अगर हम स्कूलों के लिए साफ्टवेयर नहीं तैयार करते तो शायद स्कूलों के लिए परिणाम तैयार करना और मुश्किल होता।
परिणाम तैयार करने के लिए मूल्यांकन का फार्मूला -
12वीं - 40 फीसद
11वीं - 30 फीसद
10वीं - 30 फीसद
कुल - 100 फीसद