CBSE 10th Result 2020: दिल्ली में सरकारी स्कूलों के छात्रों ने किया बेहतर प्रदर्शन, लगाई 9 फीसद की छलांग

जवाहर नवोदय विद्यालयों ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए अपना औसत 98.57 फीसद से बढ़ाकर 98.66 तक पहुंचा दिया है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Wed, 15 Jul 2020 06:39 PM (IST) Updated:Wed, 15 Jul 2020 06:39 PM (IST)
CBSE 10th Result 2020: दिल्ली में सरकारी स्कूलों के छात्रों ने किया बेहतर प्रदर्शन, लगाई 9 फीसद की छलांग
CBSE 10th Result 2020: दिल्ली में सरकारी स्कूलों के छात्रों ने किया बेहतर प्रदर्शन, लगाई 9 फीसद की छलांग

नई दिल्ली [लोकेश चौहान]। दसवीं के परीक्षा परिणाम में सरकारी स्कूलों के होनहारों ने बेहतर प्रदर्शन किया है। जिसके चलते सरकारी स्कूलों के पास फीसद में नौ प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। सरकारी स्कूलों में पास फीसद 71.91 से बढ़कर 80.91 पहुंच गया है। वहीं निजी स्कूलों के पास फीसद में सबसे अधिक गिरावट आई है। बीते वर्ष के मुकाबले पास फीसद में मामूली गिरावट के बावजूद केंद्रीय विद्यालयों का पास फीसद सबसे अधिक रहा है।

मामूली बढ़त के बाद भी जवाहर नवोदय विद्यालय दूसरे नंबर पर है। निजी स्कूलों के पास फीसद में 1.34 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, वहीं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के पास फीसद में मामूली सुधार आया है। देशभर के केंद्रीय विद्यालयों का पास फीसद 99.23 रहा है, जबकि पिछले वर्ष यह औसत 99.47 था।

जवाहर नवोदय विद्यालयों ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए अपना औसत 98.57 फीसद से बढ़ाकर 98.66 तक पहुंचा दिया है। निजी स्कूलों के पास फीसद में मामूली गिरावट आई है और यह 94.15 से घटकर 92.81 रह गया है। हालांकि पास फीसद के मामलें में निजी स्कूल तीसरे नंबर पर काबिज रहे हैं। पास फीसद में सबसे अधिक सुधार सरकारी स्कूलों में आया है। इनका पास फीसद 71.91 से बढ़कर 80.91 पर पहुंच गया है। वहीं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में भी पास फीसद 76.95 से बढ़कर 77.82 प्रतिशत पर पहुंच गया है। बीते वर्ष केंद्रीय विद्यालयों के मुकाबले सरकारी स्कूल करीब 27 फीसद पीछे हैं, हालांकि इस बार यह अंतर 27 से घटकर करीब 18 प्रतिशत रह गया है।

विदेशी स्कूलों ने भी घटा पास फीसद

दसवीं की परीक्षा में विदेशी स्कूलों का प्रदर्शन भी बेहतर नहीं रहा है। बीते वर्ष के मुकाबले इस वर्ष के पास फीसद में मामूली गिरावट आई है। बीते वर्ष विदेशी स्कूलों में पास फीसद 98.75 था, जो इस बार घटकर 98.67 रह गया है। बीते वर्ष 23 हजार 494 बच्चों में से 23 हजार 200 पास हुए थे। जबकि इस बार 23 हजार 716 में से 23 हजार 400 बच्चे पास हुए हैं।

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