CAB Delhi Protest Update: जामिया में छात्रों का प्रदर्शन खत्म, हालात सामान्य

CAB Delhi Protest Updateजामिया में अब हालात सामान्य है।शाम सात बजे तक जामिया स्टूडेंट्स प्रदर्शन खत्म कर पूरी तरह रोड से हट चुके थे।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 16 Dec 2019 07:41 AM (IST) Updated:Mon, 16 Dec 2019 08:42 PM (IST)
CAB Delhi Protest Update: जामिया में छात्रों का प्रदर्शन खत्म, हालात सामान्य
CAB Delhi Protest Update: जामिया में छात्रों का प्रदर्शन खत्म, हालात सामान्य

नई दिल्ली, जेएनएन। CAB Delhi Protest Today LIVE Update : जामिया में अब हालात सामान्य है।शाम सात बजे तक जामिया स्टूडेंट्स प्रदर्शन खत्म कर पूरी तरह रोड से हट चुके थे और रोड पर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी। वहीं पुलिस सुखदेव विहार मेट्रो स्टेशन के पास अब भी मौजूद है।

बता दें कि नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध में जामिया नगर इलाके व मथुरा रोड पर रविवार को हुई हिंसा के बाद सोमवार को भी जामिया विवि गेट पर छात्रों और स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। रविवार की हिंसा के बाद से प्रभावित इलाकों में लोग दहशत में रहे। रविवार को मथुरा रोड पर हुई आगजनी और पथराव की घटनाओं के बाद लोग बेहद जरूरी कामों से ही घर से बाहर निकले। वहीं, हिंसा प्रभावित इलाके में कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें भी बंद रखीं।

मथुरा रोड पर हुई हिंसा के बाद एनएफसी, जामिया नगर, जाकिर नगर, सराय जुलैना गांव, खिजराबाद गांव व सुखदेव विहार कॉलोनी आदि के लोग बेहद दहशतजदा रहे। लोगों ने बताया कि उन्होंने अभी तक ऐसी हिंसा नहीं देखी थी। जिस तरह से प्रदर्शनकारियों ने सोसायटी में तोड़फोड़ और पत्थरबाजी की उसके बाद से इलाके में बाहर निकलने में भी डर लग रहा है। भारी संख्या में इलाके में पुलिस बल भी तैनात है जिसके बाद से छोटे बच्चे बाहर निकलने में भी डर रहे हैं।

प्रभावित इलाकों के सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं। लोगों का कहना है कि जल्द ही हिंसक आंदोलन रुकना चाहिए। प्रदर्शन व हिंसा के कारण कई सड़कों को बैरीकेड़िंग लगाकर बंद कर दिया गया है जिससे लोगों को परेशानी हो रही है।

CAB Delhi Protest Today LIVE Update    प्रियंका गांधी ने छात्रों के समर्थन में इंडिया गेट पर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी रविवार को हुई छात्रों की पिटाई के मामले पर क्यों नहीं बोलते।  केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जामिया के छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। 

HRD मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि छात्र कानून व्यवस्था को अपने हाथ में न लें।

रविवार को दक्षिण दिल्ली में हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शन के एक दिन बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की वीसी नजमा अख्तर ने दिल्ली पुलिस पर कई तरह के सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को दिल्ली पुलिस बिना इजाजात कैंपस में घुसी।  जामिया मामले को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए दीन दयाल उपाध्याय मार्ग को बंद किया गया जामिया मिल्लिया इस्लामिया मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। यहां पर मेट्रो नहीं रुक रही है। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने कहा कि जामिया उपद्रव मामले में जो दो केस दर्ज किए गए है उन्हें जांच के लिए क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal) के कहना है कि वह दिल्ली के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं। राज्य में जल्द शांति व्यवस्था कायम होनी चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के लिए समय मांगा है। वहीं, विरोध प्रदर्शन का मामला अब दिल्ली विश्वविद्यालत पहुंच गया है। समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के मुताबिक, छात्रों ने परीक्षाओं का बहिष्कार का एलान किया है। यहां के कुछ छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय के छात्रों के समर्थन में यह एलान किया है। वहीं, किसी संभावित बवाल के मद्देनजर आर्ट्स फैकल्टी के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।  वहीं, दिल्ली में हिंसा तो शांत हो गई है, लेकिन कुछ इलाकों में सोमवार को भी तनाव जारी है।  इस बीच जामिया का टीचिंग व नॉन टीचिंग स्टाफ प्रदर्शन में शामिल हो गया है। वर्तमान में जामिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के सामने सड़क पर तकरीबन 5000 लोग जमा हैं। इनमें स्टूडेंट के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हैं। 

सोमवार सुबह फिर से बड़ी संख्या में लोग जामिया के बाहर इकट्ठा हुए हैं और लगातार पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों ने पूरे मामले की सीबीआइ जांच की मांग की है, साथ ही सुप्रीम कोर्ट से मामले को संज्ञान लेने की गुजारिश की है। इस मामले मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।

वहीं, खबर आ रही है कि सोमवार को 12.30 बजे जामिया मिल्लिया इस्लामिया की ओर से पत्रकार वार्ता की जाएगी, उससे पहले अभी जामिया के अधिकारियों और छात्र नेताओं की मीटिंग चल रही है। वरिष्ठ वकील कॉलिन गोंजाल्विस ने सुप्रीम कोर्ट रिटायर जज से जामिया में हुई हिंसा मामले की जांच की मांग की है। वहीं, भारत के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबड़े ने कहा कि हम वीडियो नहीं देखना चाहते हैं। अगर सार्वजनिक संपत्ति की हिंसा और विनाश जारी है, तो हम इसे नहीं सुनेंगे।  एक ओर जहां दिल्ली हाई कोर्ट ने जामिया में हुए हिंसक प्रदर्शन को लेकर पुलिस के खिलाफ दी गई याचिका पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया है, वहीं दिल्ली पुलिस ने दो एफआइआर दर्ज की है।  कालिंदी कुंज होकर दिल्ली आने-जाने वाला ट्रैफिक डीएनडी,  अक्षरधाम, और डीएनडी की ओर डाइवर्ट है। ऐसा दिल्ली पुलिस ने किसी संभावित बवाल के मद्देनजर किया है।  

मजेंटा लाइन के जो 8 मेट्रो स्टेशन रविवार को बंद थे,सोमवार को सभी स्टेशन सुबह से सामान्य रूप से खोल दिए गए हैं। बावजूद इसके सड़कें बंद हैं, इसलिए मेट्रो की इस लाइन में बहुत भीड़ है।  सोमवार सुबह जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia University) के गेट पर एक छात्र शर्ट उतार पर प्रदर्शन कर रहा है। उसकी मांग की है कि दिल्ली पुलिस के उन कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएं, जिन्होंने छात्रों की पिटाई की है। 

वहीं, नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर दिल्ली में रविवार दोपहर से शुरू हुआ बवाल सोमवार तड़के 3 बजे खत्म हुआ। वहीं, दिल्ली सरकार ने सतर्कता बरतते हुए उनके इलाकों में स्कूल बंद करने के आदेश दिए हैं, जहां पर बवाल की आशंका है। दिल्ली पुलिस ट्रैफिक पुलिस ने संभावित बवाल को देखते हुए सरिता विहार से कालिंजी कुंद के बीच सड़क नंबर 13 A बंद कर दिया है।  सूत्रों के अनुसार, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थेन में 52 लोगों को हिरासत में लिया गया था, लेकिन सोमवार तड़के उन्हें रिहा कर दिया गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि पुलिस पर उपद्रवियों ने पेट्रोल बम से हमला किया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले और लाठीचार्च कर भीड़ को खदेड़ा। उपद्रवियों ने एनएफसी वेस्ट सोसायटी और एक अस्पताल में भी घुसने का प्रयास किया, जिससे क्षेत्र में भय का माहौल बना रहा। लोगों ने आरोप लगाया कि उपद्रवियों ने राहगीरों से मारपीट और लूट की। सूत्रों के अनुसार, सेामवार को सुरक्षा की दृष्टि से उपद्रव वाले क्षेत्र के सभी शिक्षण संस्थानों को शांति बहाली तक बंद रखने के लिए कहा गया है। दिल्ली के प्रभावित इलाकों में दिल्ली सरकार ने स्कूल बंद करने के निर्देश दिए हैं। दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली पुलिस उपायुक्त चिन्मय विश्वाल ने कहा कि यह आरोप गलत है कि पुलिस ने छात्रों का हॉस्टल में घुसकर पीटा है। वहीं पुलिस ने अपनी तरफ से कोई फायरिंग भी नहीं की है। यह अफवाह फैलाई जा रही है कि पुलिस ने गाड़ियों में आग लगाई, जबकि पुलिस तो आग बुझाने का काम कर रही थी। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि छात्रों के प्रदर्शन में बाहरी लोग कैसे शामिल हुए एक बात की जांच की जा रही है' उन्होंने कहा दिल्ली पुलिस सोशल मीडिया के साथ ही तमाम माध्यमों से या पता लगाने की कोशिश कर रही है की आखिर प्रदर्शन में उपद्रवी लोग कहां से कैसे शामिल हुए!

वहीं दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चिन्मय बिश्वाल ने बताया कि पुलिस ने अपनी तरफ से कोई फायरिंग नहीं की है। मथुरा रोड पर प्रदर्शन करने वाले लोगों को रिंग रोड की तरफ बढ़ने से रोका गया तो प्रदर्शनकारियों ने पथराव कर दिया और डीटीसी बसों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। डीसीपी ने कहा कि इस बात यह गलत अफवाह फैलाई जा रही है कि पुलिस ने कैंपस में घुसकर छात्रों को पीटा। या अभी अफवाह फैलाई जा रही है कि पुलिस ने गाड़ियों में आग लगाई। जबकि पुलिस तो आग बुझाने का काम कर रही थी।

 उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने  छात्रों के समर्थन में इंडिया गेट पर धरना दिया। वह शाम चार बजे से छह बजे तक धरने पर बैठी रहीं। उनके साथ कांग्रेस के कई नेताओं ने भी धरना दिया। 

वहीं, सुरक्षा के बाबत दिल्ली पुलिस ने जामिया मेट्रो स्टेशन पर यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगी दी है। ऐसा सुरक्षा के मद्देनजर किया जा रहा है। वहीं, भीड़ की संख्या नहीं बढ़े, इसलिए पुलिस ने कई जगहों पर बैरिकेडिंग करने के साथ रूट डायवर्जन भी किया है। वहीं नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दक्षिण दिल्ली इलाके में रविवार शाम से शुरू हुआ प्रदर्शन सोमवार को भी जारी है।

इस बीच ताजा मामले में प्रदर्शनकारियों पर समाजार एजेंसी के कैमरामैन और पत्रकार पर हमले का आरोप लगा है। इसमें दोनों घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। 

जामिया हिंसा में 30 पुलिसकर्मी घायल, एक ICU में भर्ती; क्राइम ब्रांच करेगी मामले की जांच

दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने सोमवार दोपहर पत्रकार वार्ता कर जामिया हिंसा को लेकर पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि जामिया हिंसा की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दो गई है। साथ ही छात्रों से अपील की है कि वे किसी अफवाह पर ध्यान ने दें। क्राइम ब्रांच हर एंगल से मामले की जांच करेगी।

उन्होंने दावा किया कि जामिया हिंसा के दौरान मोर्चा संभालने वाले 30 पुलिस कर्मी घायल हैं और एक अस्पताल के आइसीयू में भर्ती है, जिसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।  वहीं, एसएचो को गंभीर चोटें आई हैं। इस मामले में दो एफआइआर दर्ज की गई है। 

वहीं, सोमवार को भी जामिया के बाहर छात्रों के साथ स्थानीय लोग भी प्रदर्शन में शामिल हैं। वहीं, दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में भी बड़ी संख्या में लोग जमा हैं। वहीं, दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट कमिश्नर देवेश श्रीवास्तव, डीसीपी चिन्मय बिस्वाल सहित आला अधिकारियों ने जामिया और शाहीन बाग के लोगों के साथ न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में अमन कमेटी के साथ मीटिंग की और समझाया कि हिंसक प्रदर्शन नहीं हो। प्रदर्शन को रोकने के लिये हाई लेवल स्ट्रेटेजी तैयार की जा रही है।

नहीं बुझ रही बंगाल की आग

बंगाल में तीसरे दिन भी उत्पातियों ने रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ और आगजनी की। राज्य सरकार ने छह जिलों में अस्थायी रूप से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। बिहार भीड़ की हिंसा से अछूता नहीं रहा। वहीं, असम में हिंसा का दौर थमता नजर आ रहा है। गुवाहाटी व डिब्रूगढ़ के कुछ हिस्सों में दिन में कफ्र्यू में ढील दी गई। मेघालय में भी कफ्र्यू में ढील दी गई।

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