3rd Wave of Covid-19 : कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कारोबारी सतर्क, HC भी कर चुका है टिप्पणी

3rd Wave of Covid-19 कारोबारियों के मुताबिक अनलॉक के दौर में जब कारोबार गति पकड़ने लगा है। वहीं संभावित तीसरी लहर को व्यापारियों की ओर से गंभीरता से लिया जा रहा है और उसके मुताबिक नए सिरे से कोरोना प्रबंधन की दशा और दिशा तय होने लगी है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:04 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:04 AM (IST)
3rd Wave of Covid-19 : कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कारोबारी सतर्क, HC भी कर चुका है टिप्पणी
3rd Wave of Covid-19 : कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कारोबारी सतर्क, HC भी कर चुका है आगाह

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूदा लहर से राहत मिली नहीं कि एक-डेढ़ माह में अगली लहर की आशंका जताई जाने लगी है। इससे दिल्ली के बाजार सांसत में हैं। कारोबारियों के मुताबिक अनलॉक के दौर में जब कारोबार गति पकड़ने लगा है, उसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञों की यह चेतावनी भय पैदा करने वाली है। वहीं, संभावित तीसरी लहर को व्यापारियों की ओर से गंभीरता से लिया जा रहा है और उसके मुताबिक नए सिरे से कोरोना प्रबंधन की दशा और दिशा तय होने लगी है। हाल ही में इस संबंध में दिल्ली के व्यापारिक संगठनों ने वर्चुअल महापंचायत की थी, जिसमें खामियों पर विस्तार से चर्चा की थी।

इस संबंध में चैंबर आफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआइ) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा कि व्यापारी वर्ग चेतावनी को गंभीरता से ले रहा है तथा अपनी तरफ से बचाव के सारे दिशानिर्देशों का पालन कर रहा है, लेकिन दिक्कत यह है कि व्यापारी वर्ग यह इंतजाम दुकान, दफ्तर और गोदाम के भीतर ही कर सकता है। सड़क पर व्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन व दिल्ली पुलिस की ही है। इसके लिए लगातार उनसे संपर्क कर बाजार संगठनों की ओर से अनुरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में करीब 950 छोटे-बड़े बाजारों में से बमुश्किल 20 बाजारों में ही भीड़ दिखाई दे रही है। इन बाजारों के लिए अलग से कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। जिस बाजार में भीड़ दिखती है, वहां प्रशासन को संबंधित बाजार समितियों के साथ समन्वय कर हालात सुधारने पर काम करना चाहिए। सडक और सार्वजनिक जगहों में पुलिस और प्रशासन को और मेहनत करनी होगी।

फेडरेशन आफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने कहा कि बाजार में व्यवस्था में सुधार के लिए हम कोशिशें कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से अर्धसैनिक बल और सिविल डिफेंस के वालंटियर्स की तैनाती की भी जरूरत बताई है, क्योंकि बिना पर्याप्त निगरानी तंत्र के कोरोना प्रोटोकाल का पालन नहीं कराया जा सकता है।

दिल्ली इलेक्टिकल ट्रेडर्स एसोसिएशन, भागीरथ पैलेस के अध्यक्ष भारत आहूजा ने कहा कि पुरानी दिल्ली के बाजारों में अवैध रेहड़ी-पटरी वालों की समस्या बढ़ती जा रही है। इस कारण कोरोना नियमों के पालन में कठिनाई आ रही है। चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने कहा कि हम बाजार में अपने दुकानदारों पर नजर रख सकते हैं। समन्वय बैठा सकते हैं, पर रिक्शा वाले व कामगारों के साथ जो बाहर से लोग आ रहे हैं। उन पर निगरानी रखने तथा चालान काटने की जिम्मेदारी तो पुलिस-प्रशासन की है। इस पर उन्हें गंभीरता दिखानी होगी।

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