यूपी के मेरठ से बहलाकर दिल्ली लाए गए लड़का-लड़की कैसे पहुंचे घर, पढ़िए- यह स्टोरी

मेरठ से दिल्ली पहुंचे दो नाबालिग (एक लड़की व एक लड़का) को पीसीआर कर्मियों की मदद से उनके परिजन से मिलाया गया है।

By JP YadavEdited By: Publish:Wed, 16 Oct 2019 03:27 PM (IST) Updated:Wed, 16 Oct 2019 05:17 PM (IST)
यूपी के मेरठ से बहलाकर दिल्ली लाए गए लड़का-लड़की कैसे पहुंचे घर, पढ़िए- यह स्टोरी
यूपी के मेरठ से बहलाकर दिल्ली लाए गए लड़का-लड़की कैसे पहुंचे घर, पढ़िए- यह स्टोरी

नई दिल्ली [लोकेश चौहान]। मेरठ से दिल्ली पहुंचे दो नाबालिग (एक लड़की व एक लड़का) को पीसीआर कर्मियों की मदद से उनके परिजन से मिलाया गया है। दोनों पीसीआर कर्मियों को निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर मिले थे। दोनों मेरठ के कंकर खेड़ा थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। दोनों को कोई युवक बिना उनके परिजन को बताए 3 अक्टूबर को दिल्ली लेकर आया था। जब से दोनों दिल्ली में यहां-वहां भटक रहे थे।

डीसीपी शरत कुमार सिन्हा ने बताया कि 14 अक्टूबर की रात में करीब साढ़े नौ बजे एक ऑटो चालक ने पीसीआर पर तैनात हेड कांस्टेबल उत्तम सिंह और कांस्टेबल महेंद्र सिंह को बताया कि उसने अभी एक लड़की और एक लड़के को निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर छोड़ा है। लड़की काफी डरी हुई लग रही थी और असहज महसूस कर रही थी। ऑटो चालक को साथ लेकर पीसीआर कर्मियों ने लड़के और लड़के को रेलवे स्टेशन पर ढूंढ़ना शुरू किया।

काफी देर बाद पुलिस ने दोनों को ढूंढ़ लिया। बातचीत करने पर दोनों ने बताया कि वे नाबालिग हैं और तीन अक्टूबर को एक लड़का उन दोनों को बिना उनके परिजन को बताए दिल्ली लेकर आया था। तीन अक्टूबर से दोनों यहां से वहां घूम रहे थे। दोनों ने खुद को मेरठ का रहने वाला बताया।

मामले की जांच करने पर पता लगा कि मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में लड़की के पिता ने उसकी लापता होने का मामला दर्ज कराया था। वहीं इसी थाने में लड़के के लापता होने की रिपोर्ट भी दर्ज थी। पुलिस के जरिए दोनों के परिजन को सूचित किया गया और पीसीआर कर्मियों ने लड़के व लड़की को उनके परिजन से मिलाने के लिए निजामुद्दीन थाना पुलिस को सौंप दिया। कागजी कार्रवाई के बाद दोनों को उनके परिजन को सौंप दिया गया।

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