उदित राज को भाजपा से टिकट न मिला तो 24 घंटे के भीतर थामा कांग्रेस का दामन
टिकट कटने की भनक लगते ही उदित राज ने सोमवार शाम से ही बागी तेवर अपना लिया था। उन्होंने प्रेस वार्ता करके मंगलवार सुबह दस बजे अगले कदम के बारे में जानकारी देने की घोषणा की थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। Lok Sabha Election 2019: लोकसभा चुनाव-2019 के तहत होने वाले चुनाव के मद्देनजर टिकट कटने से नाराज उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा (North West Delhi lok Sabha) सीट से भारतीय जनता पार्टी के सांसद उदित राज ने बगावत की राह पकड़ ली है और उन्होंने बुधवार को भाजपा को बाय-बाय कह दिया। टिकट कटने के 24 घंटे के भीतर बुधवार सुबह उदित राज ने कांग्रेस मुख्यालय में अध्यक्ष राहुल गांधी की उपस्थिति में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण करने के दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला भी बोला। यहां पर बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद उदित राज का टिकट काटकर अन्य भाजपा नेता और सूफी गायक हंस राज हंस को टिकट दे दिया। इससे आहत उदित राज ने अपने ट्विटर हैंडल से अपने नाम से चौकीदार शब्द हटा दिया था, लेकिन बाद में फिर से जोड़ लिया।
वहीं, इससे पहले उन्होंने भाजपा नेतृत्व से यह सवाल भी पूछा था कि उनका टिकट किस आधार पर काटा गया है? यह बात सामने आनी चाहिए।
इस बाबत उन्होंने मंगलवार को मीडिया के सामने अपनी पीड़ा भी जाहिर की थी कि वह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आंख मूंदकर विश्वास करते हुए अपनी 'इंडियन जस्टिस पार्टी' का भाजपा में विलय कर दिया था, जबकि अपना दल जैसे छोटी पार्टी उनकी तुलना में ज्यादा फायदे में रहीं। उन्होंने कहा था कि उन्हें भाजपा का दलित चेहरा बताया जाता था। वह दलितों के हक में आवाज बुलंद करते रहे हैं। एसी, एसटी एक्ट और रोस्टर प्वाइंट को लेकर दलितों के भारत बंद का भी समर्थन किया था। सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का भी समर्थन किया था। पार्टी को बताना चाहिए कि दलितों व महिलाओं के हक में आवाज उठाने की सजा तो उन्हें नहीं दी गई।