अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए गंभीर नहीं है सरकारः अनिल कुमार

महापंचायत में 23 अक्टूबर को अनुसूचित जाति चुनौती रैली आयोजित करने की घोषणा की गई। रैली में कांग्रेस के सहयोगी दल भी शामिल होंगे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा जियो और जीने दो की रही है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 07:45 AM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 07:45 AM (IST)
अनुसूचित जाति के उत्थान के लिए गंभीर नहीं है सरकारः अनिल कुमार
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कांग्रेस की विचारधारा जियो और जीने दो की रही है

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। अपनी खोई हुई सियासी जमीन को हासिल करने की कोशिश में लगी हुई कांग्रेस ने अनुसूचित जाति महापंचायत का आयोजन किया। महापंचायत में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी अनिल कुमार ने कहा कि अनुसूचित जाति के उत्थान को लेकर केंद्र व राज्य सरकार गंभीर नहीं है। दूसरी ओर कांग्रेस अनुसूचित जाति व गरीबों के हित के लिए आवाज उठाती रही है।

23 अक्टूबर को रैली करने का फैसला

महापंचायत में 23 अक्टूबर को अनुसूचित जाति चुनौती रैली आयोजित करने की घोषणा की गई। रैली में कांग्रेस के सहयोगी दल भी शामिल होंगे। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा जियो और जीने दो की रही है। वहीं, केंद्र सरकार का रवैया विपक्षी पार्टियों को परेशान करने की है। उन्होंने युवाओं से डा. अंबेडकर की विचारधारा से प्रेरित होकर अनुसूचित जाति के लोगों पर होने वाले अन्याय के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आह्वान किया।

अनुसूचित जाति महापंचायत आयोजित

मंच का संचालन प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक जय किशन ने किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस व बाबा भीम राव अंबेडकर ने अनुसूचित जाति को बराबरी का अधिकार दिलाया। भाजपा ने कांग्रेस और डा. अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने का षडयंत्र रचा था।

महापंचायत में महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव देवेंद्र यादव, पूर्व सांसद रमेश कुमार, पूर्व विधायक राजेश लिलौठिया, प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन व प्रदेश उपाध्यक्ष शिवानी चोपड़ा सहित अन्य नेता मौजूद थे। महापंचायत में अंबेडकर वीर सेना, वाल्मीकि वीर सेना, भूमिहिन संघर्ष समिति, वाल्मीकी यूथ फ्रंट, रैगर महासभा, कोली समाज, बौद्ध महासभा, धोबी महासभा, खटीक महासभा, बैरवा महासभा, गुरू रविदासी महासभा, दलित वीर सेना, सोनकर समाज, बंजारा महासभा, देवरिया महासभा, भ्रष्टाचार मुक्त समिति के सदस्य शामिल हुए।

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