दिल्ली जल बोर्ड को मिले पैसे का हिसाब सार्वजनिक करे सरकारः आदेश गुप्ता
भाजपा ने आरोप लगाया है कि दिल्ली जल बोर्ड लोक निर्माण विभाग और बाढ़ नियंत्रण विभाग अपनी जिम्मेदारी के निभाने में असफल रहे हैं। इन विभागों की लापरवाही से दिल्लीवासियों को पानी आपूर्ति और जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। भाजपा ने आरोप लगाया है कि दिल्ली जल बोर्ड, लोक निर्माण विभाग और बाढ़ नियंत्रण विभाग अपनी जिम्मेदारी के निभाने में असफल रहे हैं। इन विभागों की लापरवाही से दिल्लीवासियों को पानी आपूर्ति और जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। सड़कों की दशा दयनीय हो गई हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड की नाकामी व भ्रष्टाचार की वजह से दिल्लीवासियों में पानी की समस्या बनी हुई है। सीवर प्रणाली की बुरी स्थिति है। सीवर की सफाई पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। अनधिकृत कालोनियां के साथ ही नियमित कालानियों में सीवर जाम होने की समस्या बढ़ रही है। कई इलाके में सीवर लाइन नहीं है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 के बाद से जल बोर्ड का लेखाजोखा जारी नहीं किया गया। पिछले सात वर्षों से बोर्ड को दिल्ली सरकार द्वारा दिए गए हजारों करोड़ रुपये के फंड का कोई हिसाब नहीं दिया जा रहा है। दिल्ली हाई कोर्ट ने भी इसे लेकर नाराजगी जताई है। हाई कोर्ट ने चार अक्टूबर इस बारे में जवाब देने को कहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को यह बताना चाहिेए कि दिल्ली जल बोर्ड को दिए गए फंड को हिसाब क्यों नहीं सार्वजनिक किया जा रहा है।
इसी तरह से लोक निर्माण विभाग बड़े नालों को मानसून से पहले साफ करने में विफल रहा। नालों की सफाई के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है। यही कारण है कि इस बार बरसात में दिल्लीवासियों को कई बार जलभराव की समस्या का सामना करना पड़ा। नालों की सफाई में हुई गड़बड़ी की जांच होनी चाहिए। इस संबंध में दिल्ली सरकार का पक्ष लेने की कोशिश की गई, लेकिन नहीं मिला।