दिल्ली में भाजपा और कांग्रेस की सीएम केजरीवाल से मांग, डीजल पर वैट कम करे सरकार
दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रोल पर वैट कम करने को भाजपा ने देर से लिया गया अधूरा फैसला बताया है। पार्टी ने डीजल पर वैट कम करने की मांग की है। वहीं अनिल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के दबाव के कारण सरकार को पेट्रोल पर वैट कम करना पड़ा।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। दिल्ली सरकार द्वारा पेट्रोल पर वैट कम करने को भाजपा ने देर से लिया गया अधूरा फैसला बताया है। पार्टी ने डीजल पर वैट कम करने की मांग की है। इसके लिए भाजपा आंदोलन करेगी। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि भाजपा के संघर्ष की वजह से आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को झुकना पड़ा है। सरकार ने पेट्रोल पर वैट की दरों में कमी की है इससे लोगों को राहत मिलेगी। सरकार को डीजल पर भी वैट की दरें कम करनी चाहिए और इसके लिए भाजपा आंदोलन करेगी।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि सरकार पेट्रोल की तरह डीजल पर भी वैट की दरों में कमी करें जिससे कि ट्रांसपोर्टर और किसानों को राहत मिल सके। ट्रांसपोर्टर और किसान अपने ट्रकों और ट्रैक्टर में डीजल का इस्तेमाल करते हैं। केंद्र सरकार ने पेट्रोल के साथ ही डीजल की दरों में कमी की थी। दिल्ली सरकार को भी उदारता दिखाते हुए डीजल के दाम में प्रति लीटर दस रुपये की कमी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने वर्ष 2015 में दिल्लीवासियों से दिल्ली में सबसे कम वैट का वादा किया था। इसके विपरीत डीजल पर अभी भी दिल्ली में 16.75 प्रतिशत की दर से वैट वसूला जा रहा है। यह अन्य राज्यों से ज्यादा है। डीजल के दाम में कमी होने से महंगाई में भी कमी आएगी।
डीजल पर वैट कम करे सरकार: अनिल चौधरी
वहीं, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि कांग्रेस के दबाव के कारण दिल्ली सरकार को पेट्रोल पर वैट कम करना पड़ा। कांग्रेस पिछले कई माह से लगातार वैट कम करने की मांग कर रही थी। सरकार का फैसला कांग्रेस की जीत है। महंगाई पर काबू पाने के लिए डीजल पर भी वैट कम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दबाव की वजह से पहले केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर एक्सजाइज ड्यूटी में कमी की थी। लेकिन, दिल्ली सरकार ने वैट में कमी नहीं की थी।
उन्होंने कहा कि जरुरी वस्तुओं के दाम बढ़ने का मुख्य कारण डीजल की दरें हैं। दिल्ली सरकार ने इसे नजरअंदाज कर रही है। सरकार को तुरंत डीजल पर वैट कम करने की घोषणा करनी चाहिए। दरों को कम करना चाहिए। महंगाई का सीधा असर गरीबों व मध्यम वर्गीय परिवारों पर पड़ रहा है।