नकली नोट की तस्करी में बिहार का तस्कर गिरफ्तार, चार लाख मूल्य के नोट बरामद

तस्कर पहले भी करीब 20 लाख रुपये मूल्य के नोट दिल्ली-एनसीआर में खपा चुका कै। आरोपित को पुलिस पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। जेल से छूटने के बाद वह गिरोह बनाकर दोबारा से नकली नोट की तस्करी करने लगा था।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 22 Jan 2021 06:10 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jan 2021 06:10 PM (IST)
नकली नोट की तस्करी में बिहार का तस्कर गिरफ्तार, चार लाख मूल्य के नोट बरामद
तस्कर के पास से चार लाख मूल्य के नोट बरामद

नई दिल्ली, संतोष शर्मा। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने नकली नोट की तस्करी में बिहार के तस्कर शेख शहजाद को गिरफ्तार किया है। उसके पास से चार लाख मूल्य के नोट बरामद हुए हैं। तस्कर पहले भी करीब 20 लाख रुपये मूल्य के नोट दिल्ली-एनसीआर में खपा चुका कै। आरोपित को पुलिस पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। जेल से छूटने के बाद वह गिरोह बनाकर दोबारा से नकली नोट की तस्करी करने लगा था। तस्कर के पास से बरामद नोटों की छुपाई काफी अच्छी है। उसमें सुरक्षा धागा और वॉटरमार्क जैसे सभी सुरक्षा फीचर मौजूद हैं। 

स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव कुमार यादव ने बताया कि पुलिस को नकली नोट तस्करों की सक्रियता की जानकारी मिल रही थी। सूचना जुटाने पर पता चला कि अंतरराष्ट्रीय तस्कर गिरोह का एक तस्कर नकली नोट की खेप के साथ 21 जनवरी को दिल्ली आने वाला है। इसके बाद इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप सिंह की टीम ने आनंद विहार मेट्रो स्टेशन के समीप से शेख शहजाद को दबोच लिया। तलाशी लेने पर उसके पास से 2000-2000 रुपये के चार लाख मूल्य के नकली नोट बरामद हुए। आरोपित मूल रूप से बिहार के मोतीहारी के मथवा गांव का रहने वाला है और दिल्ली में महरौली में रह रहा था। 

पूछताछ में उसने बताया कि वह मालदा के कालियाचक से हबीबुर रहमान नाम के तस्कर से नकली नोट लेकर दिल्ली आया था। नकली नोट उसे मूल कीमत के 50 फीसद मूल्य पर मिलते हैं। वह पहले दिल्ली-एनसीआर में 20 लाख के नकली नोट खपा चुका है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक दुश्मन देश भारतीय अर्थव्यवस्था को पंगु बनाने के नकली नोट की तस्करी करवाते हैं। नोटबंदी के बाद इसमें थोड़ी कमी आई थी। लेकिन दोबारा से नोटों की तस्करी बड़े पैमाने पर की जाने लगी है।

पश्चिम बंगाल का मालदा नकली नोट की तस्करी का प्रमुख केंद्र बन गया है। शेख शहजाद पहले मेरठ के एक बुचड़खाना में काम करता था। जल्द कमाई के चक्कर में बाद में उसने नोटों की तस्करी शुरू कर दी थी। स्पेशल सेल वर्ष 2016 में भी उसे उसके तीन साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। 

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