Chhath Puja in Delhi: अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्‍य, घाटों पर की पूजा-अर्चना

Chhath Puja in Delhi बुधवार शाम 5 बजकर 30 मिनट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा जबकि बृहस्पतिर सुबह उगते सूर्य को 6 बजकर 41 मिनट पर अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व का समापन हो जाएगा।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 10 Nov 2021 11:35 AM (IST) Updated:Wed, 10 Nov 2021 05:55 PM (IST)
Chhath Puja in Delhi: अस्ताचलगामी सूर्य को श्रद्धालुओं ने दिया अर्घ्‍य, घाटों पर की पूजा-अर्चना
भलस्वा झील स्थित घाट पर छठ पूजा के दौरान भगवान सूर्य की उपासना करते व्रती।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किदवई नगर में घाट पर छठ पूजा कर रहे श्रद्धालुओं से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। इस दौरान सीएम केजरीवाल के साथ सेल्फी लेने वालों की भी होड़ दिखाई दी। वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय बुराड़ी घाट पहुंचे। उन्होंने कहा कि पूरी दिल्ली में कोविड निर्देशों का पालन करते हुए 800 से ज़्यादा जगहों पर छठ पूजा का आयोजन किया जा रहा है। मैं सभी लोगों को छठ पर्व के अवसर पर शुभकामनाएं देना चाहता हूं।

वहीं, भाजपा सांसद मनोज तिवारी सोनिया विहार के यमुना घाट पहुंचे। उन्होंने कहा कि हम डीडीएमए के आदेश का पालन नहीं करेंगे। हमें छठ पूजा करने से कोई नहीं रोक सकता। डीडीएमए का काम यमुना की सफाई करना है, न कि लोगों के वहां जाने पर रोक लगाना।

उधर, दिल्ली सरकार की ओर से छठ व्रतियों के लिए बेहतर व्यवस्था की हुई है, जगह-जगह छठ घाट बनाए गए हैं। वहीं, छठ पर्व को लेकर सियासत भी जारी है। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अनुमति नहीं होने के बावजूद बुधवार को दोपहर भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवेश वर्मा ने आइटीओ के पास यमुना के घाट पर बैरिकेड हटाकर पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यमुना घाट पूर्ण रूप से खुल गया है। उन्होंने कहा कि मैं यहां शाम तक रहूंगा और विधि विधान से पूजा करूंगा। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि श्रद्धालु यहां पर आएं और पूजा करें।

चार दिवसीय छठ महापर्व के तीसरे दिन ढलते सूर्य को अर्घ्य देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर के घाटों पर श्रद्धालों को पहुंचना जारी है। जानकारों के मुताबिक, पर्व के तीसरे दिन बुधवार शाम को करोड़ों श्रद्धालु ढलते सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसकी पूरी तैयारी हो गई है। दिल्ली-एनसीआर के लाखों श्रद्धालु डूबते सूर्य को अर्घ्य देने की तैयारी में जुट गए हैं। बुधवार शाम 5 बजकर 30 मिनट पर डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा, जबकि बृहस्पतिर सुबह उगते सूर्य को 6 बजकर 41 मिनट पर अर्घ्य देने के साथ ही छठ पर्व का समापन हो जाएगा।

इससे पहले आइटीओ के पास छठ घाट पर सांसद प्रवेश वर्मा को जाने से दिल्ली पुलिस ने रोक दिया। इस पर पश्चिमी दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा ने कहा कि पूजा करने से हमें कोई नहीं रोक सकता है।  इसके बाद पुलिस बैरिकेडिंग हटाते हुए सांसद प्रवेश वर्मा घाट पर पहुंचे गए। पुलिस और लोगों के बीच हुई धक्का-मुक्की भी हुई है।

बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के मद्देनजर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण यमुना के घाटों पर छठ मनाने की अनुमति देने से इनकार कर चुका है। 

यमुना में जहरीले झाग का असर हुआ कम, आज शाम ढलते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तैयार हुए घाट

इस बीच छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं के यमुना नदी में डुबकी लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने यमुना नदी में बने जहरीले झाग को हटाने के लिए नावें तैनात की हैं। दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के कारण यमुना में बन रहे झाग को हटाने के लिए 15 नावों को तैनात किया है। इतना ही नहीं, जहरीले झाग को घाट की ओर तैरने से रोकने के लिए यमुना में बैरिकेड्स भी लगाए जा रहे हैं। बता दें कि छठ पूजा के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य से पहले श्रद्धालु जल में डुबकी लगाते हैं और फिर सूर्य की पूजा करते हैं। इसके बाद सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा।

इस दौरान व्रती पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देंगे। इस दौरान श्रद्धालु सूर्य भगवान की पूजा करते हैं और बांस से बने सूप में तमाम तरह के फल लेकर उनका भोग लगाते हैं। बाद में छठ प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद के रूप में ठेकुआ और चावल के लड्डू बनाते हैं। गुरुवार को सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों द्वारा का पारण किया जाएगा और छठ पर्व का समापन होगा।

बता दें कि आइटीओ स्थित यमुना नदी किनारे बना कृत्रिम छठ घाट, बिरला मंदिर, काली बाड़ी मार्ग स्थित पीएनटी कालोनी का छठ घाट श्रद्धालुओं के लिए पूरी तैयार है। घाट रंग-बिरंगी रोशनी, झालरों से सजे हैं। वहीं गली-मोहल्लों में भी सजे हुए घाट श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं। इसी तरह दक्षिणी दिल्ली में पूर्वांचल के रहने वाले लोगों की कालोनियों में भी छठ की रौनक दिखाई दे रही है। बाजारों और माल इत्यादि में भी पूजा के लिए सामग्री मिल रही है। कालका जी बिग बजार और अन्य मल्टीब्रांड शाप में पूजा की सामग्री बिक रही है। लोग सूप, दउरा, डगरा और फल अन्य सामान खरीदते दिखे। ऐसे में दुकानदारों के चेहरे खिले दिखे। वहीं, मिठाई की दुकानों में भी लोगों की भीड़ रही। खाजा मिठाई बाजार में 200 रुपये किलो और लड्डू 180 रुपये किलो से शुरू है।

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