Delhi Pollution : पानी और ब्रश से हो रही धूल की सफाई

मुकुंदपुर के बाहरी रिंग रोड पर मेट्रो का काम जारी है। इस दौरान कर्मचारी इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि धूल न जम सके। इसके लिए वह वहां लगाए गए बैरीकेड पर पानी का छिड़काव और उसके बाद ब्रश से सफाई करने में जुटे हैं।

By Neel RajputEdited By: Publish:Wed, 28 Oct 2020 01:47 PM (IST) Updated:Wed, 28 Oct 2020 01:47 PM (IST)
Delhi Pollution : पानी और ब्रश से हो रही धूल की सफाई
प्रदूषण से बचाव के लिए उठाए जा रहे नए कदम

नई दिल्ली [शिप्रा]। राजधानी में प्रदूषण के कहर के बीच इससे बचाव के लिए नित नए उपाय किये जा रहे हैं। दिल्ली सरकार के रेड लाइट ऑन मीटर बंद अभियान के साथ साथ सड़क पर उड़ने वाली धूल को लेकर भी अलग अलग तरीकों से काम किए जा रहे हैं। मुकुंदपुर के बाहरी रिंग रोड पर मेट्रो का काम जारी है।

इस दौरान कर्मचारी इस बात का ध्यान रख रहे हैं कि धूल न जम सके। इसके लिए वह वहां लगाए गए बैरीकेड पर पानी का छिड़काव और उसके बाद ब्रश से सफाई करने में जुटे हैं। इस उम्मीद के साथ कि हर तरफ उड़ती हुई धूल से थोड़ी राहत मिले और उनका यह प्रयास शायद आसपास के क्षेत्र को भी धूल रहित बनाने में मददगार हो। हालांकि प्रदूषण को लेकर निगम व अन्य सरकारी एजेंसियां भी पेड़ों व सड़कों पर पानी का छिड़काव करने का प्रयास कर रही हैं लेकिन दिल्ली का विकराल प्रदूषण पर उसका असर कम ही देखने को मिल रहा है।

दूसरी ओर स्थानीय स्तर पर भी लोग धूल और प्रदूषण को कम करने के लिए पानी का छिड़काव करने का प्रयास कर रहे हैं। प्रदूषण को लेकर फैली हुई जागरूकता का ही परिणाम है कि इसमें हर कोई अपना योगदान देना चाहता है।

41 प्वाइंट नीचे आया दिल्ली का एर क्वालिटी इंडेक्स

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (Delhi Pollution Control Committee) द्वारा जारी ताजा डाटा के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार इलाके में बुधवार को वायु गुणवत्ता स्तर (Air Quality Index) 313, आरकेपुरम में 305, मुंडका में 325 और पटपड़गंज में 309 है। सफर के मुताबिक, यह बेहद खराब श्रेणी में आता है। खासतौर से बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह खतरनाक है। वहीं, पराली के धुएं का फीसद बढ़ने के बावजूद तेज हवा ने दिल्ली-एनसीआर वासियों को प्रदूषण से कुछ राहत दी है। हवा की रफ्तार बढ़ते ही मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 41 प्वाइंट नीचे आ गया। एनसीआर के शहरों में भी प्रदूषण के स्तर में गिरावट देखने को मिली। सफर इंडिया के अनुसार, हवा की गति में सुधार से एयर इंडेक्स में कमी बरकरार रह सकती है। हालांकि, इसकी श्रेणी बहुत खराब ही रहने के आसार हैं। स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत ने बताया कि मंगलवार को हवा की दिशा उत्तर-पश्चिमी और गति 10 से 12 किमी प्रति घंटा थी। इससे प्रदूषण थोड़ा कम रहा। बुधवार को भी यही स्थिति बने रहने की उम्मीद है।

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