रंगदारी का सिक्का जमाने को जेल से रची थी दोहरे हत्याकांड की साजिश

खोड़ा कॉलोनी में रंगदारी वसूलने के लिए अपना सिक्का जमाने के लिए दो लोगों की हत्या की साजिश के मामले में स्पेशल सेल ने दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है।

By Edited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 09:39 PM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 10:27 PM (IST)
रंगदारी का सिक्का जमाने को जेल से रची थी दोहरे हत्याकांड की साजिश
रंगदारी का सिक्का जमाने को जेल से रची थी दोहरे हत्याकांड की साजिश

नई दिल्ली, जेएनएन। खोड़ा कॉलोनी (गाजियाबाद) में दो लोगों की हत्या की साजिश रच रहे दो बदमाशों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। मंडोली जेल में बंद उनके गिरोह के सरगना खोड़ा निवासी चंद्रभान उर्फ अमन यादव उर्फ चौवा ने उन्हें वारदात को अंजाम देने का आदेश दिया था। वह रंगदारी में अपना वर्चस्व स्थापित करना चाह रहा था।

गिरफ्तार किए गए बदमाशों की पहचान त्रिलोकपुरी निवासी बाल किशन और खोड़ा कॉलोनी के करन विहार निवासी मुहम्मद अतीक के रूप में हुई है। उनके पास से एक पिस्टल, एक तमंचा, सात कारतूस और चोरी की स्पो‌र्ट्स बाइक बरामद हुई है।

डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि जिन दो लोगों की हत्या की साजिश रची गई थी, उनमें से एक से चंद्रभान ने रंगदारी मांगी थी, लेकिन उन्होंने पुलिस से शिकायत कर दी थी। इस मामले में चंद्रभान को जेल हुई। दूसरा व्यक्ति चंद्रभान का पुराना साथी है और इन दिनों रंगदारी वसूल रहा है। उन्होंने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि जेल में बंद चंद्रभान खोड़ा कॉलोनी में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए दो लोगों की हत्या कराना चाह रहा है।

इसके लिए उसने दो गुर्गो को तैयार कर लिया है। स्पेशल सेल ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पुख्ता जानकारी मिलने पर टीम ने खोड़ा कॉलोनी में बाल भारती पब्लिक स्कूल के पास से दो बदमाशों को दबोच लिया। मुहम्मद अतीक फरवरी में दो साल आठ महीने की जेल काटकर तिहाड़ से बाहर आया था।

वह चंद्रभान का पुराना दोस्त है और बुजुर्ग दंपति को लूटने के मामले में जेल गया था। बाल किशन वर्ष 2004 से छह बार जेल जा चुका है। वर्ष 2013 में जेल जाने के बाद वह छह वर्ष तक जेल में रहा, जहां उसकी मुलाकात चंद्रभान से हुई थी। अप्रैल 2018 में वह जेल से बाहर आया था।

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