दिल्ली सरकार के स्कूलों में 600 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति

हर श्रेणी की जरूरत को देखते हुए कुल 660 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी लेकिन मौजूदा समय में 600 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। अन्य शिक्षकों की भर्ती उनके कागजातों की कमी के चलते नहीं हो सकी है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 05:33 PM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 05:33 PM (IST)
दिल्ली सरकार के स्कूलों में 600 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति
जल्द ही नियमित शिक्षकों की कमी भी पूरी की जाएगी।

नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्र लंबे समय से विशेष शिक्षकों की कमी झेल रहे थे। इसे देखते हुए शिक्षा निदेशालय ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में 600 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की है। इससे शिक्षकों की कमी की समस्या काफी हद तक दूर होगी। दिल्ली में 1030 सरकारी स्कूल हैं। इन स्कूलों में कक्षा 1-12 तक के 12176 दिव्यांग छात्र हैं। निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक राजधानी के सरकारी स्कूलों में 1165 विशेष शिक्षक कार्यरत थे। इसमें से केवल 680 ही नियमित विशेष शिक्षक हैं और 485 विशेष अतिथि शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं।

राजधानी में 2017 के बाद से विशेष शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हुई थी। लंबे समय के बाद हुई इस नियुक्ति से स्कूलों में शिक्षकों की कमी भी दूर होगी। स्कूलों में दिव्यांग छात्रों की विभिन्न श्रेणी हैं। ऐसे में हर श्रेणी की जरूरत को देखते हुए कुल 660 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी लेकिन मौजूदा समय में 600 विशेष अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति हुई है। अन्य शिक्षकों की भर्ती उनके कागजातों की कमी के चलते नहीं हो सकी है।

बचे हुए 60 शिक्षकों के कागजात पूरे हो जाते हैं तो उनकी भी भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अब दिल्ली सरकार के स्कूलों में विशेष शिक्षकों की संख्या 1765 हो गई है। इसमें 680 नियमित और 1085 अतिथि शिक्षक के तौर पर कार्यरत हैं। निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सरकारी स्कूलों में विशेष अतिथि शिक्षकों की नियमित तौर पर भर्ती के लिए डीएसएसएसबी (दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड ) को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही नियमित शिक्षकों की कमी भी पूरी की जाएगी।

अकादमिक प्रदर्शन के आधार पर हुआ चयन राजधानी के सरकारी स्कूलों में विशेष अतिथि शिक्षकों की भर्ती अकादमिक प्रदर्शन के आधार पर हुई है। निदेशालय ने बोर्ड की कक्षाओं से लेकर उच्च शिक्षा के अंक निर्धारित किए थे। शिक्षकों की भर्ती के लिए कुल 100 अंको के आधार पर एक मेरिट लिस्ट बनाई गई। इसमें कक्षा 10वीं के 10 अंक, 12वीं के 20 अंक, स्नातक के 30 अंक और बीएड (विशेष शिक्षा) के 40 अंक निर्धारित किए गए थे।

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