शक्ति शारदा गिरोह के साथ दुश्मनी रखने वाला अन्ना गिरोह का एक लाख का इनामी लगन और उसका साथी अन्ना गिरफ्तार
द्वारका जिले की वाहन चोरी निरोधक दस्ता पुलिस टीम ने अन्ना गिरोह के दो कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान खेरा डाबर निवासी लगन शर्मा उर्फ मोनू (35) व गोपाल नगर निवासी आनंद उर्फ अन्ना (40) के रूप में हुई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। द्वारका जिले की वाहन चोरी निरोधक दस्ता पुलिस टीम ने अन्ना गिरोह के दो कुख्यात बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान खेरा डाबर निवासी लगन शर्मा उर्फ मोनू (35) व गोपाल नगर निवासी आनंद उर्फ अन्ना (40) के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक आरोपित लगन शर्मा के खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, लूट व चोरी जैसे 14 और आनंद के खिलाफ पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं। लगन शर्मा जाफरपुर कलां थाने का नामी बदमाश है। पुलिस को आरोपिताें के पास से दो पिस्टल व तीन कारतूस बरामद हुए हैं।
द्वारका जिला के पुलिस उपायुक्त संतोष कुमार मीना ने बताया कि 24 जुलाई को कांस्टेबल परविंदर को सूत्रों से सूचना मिली कि आरोपित लगन शर्मा अपने एक साथी के साथ अवैध हथियार लेकर छावला में ईस्ट कृष्णा नगर आने वाला है। सूचना के बाद एसीपी विजय सिंह के दिशानिर्देश व इंस्पेक्टर कमलेश कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जिसके बाद छापेमारी कर पुलिस ने बदमाशों को दबोचने में कामयाबी हासिल की।
एक लाख रुपये का इनामी बदमाश है लगन शर्मा
पूछताछ में आरोपित लगन शर्मा ने बताया कि वह 12वीं तक पढ़ा है। नशे की लत का शिकार होने के बाद वह विकास उर्फ भोलू व परमजीत के साथ मिलकर झपटमारी, लूट जैसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने लगा था। पर बाद में उसकी शक्ति शारदा गिरोह के साथ गहरी दुश्मनी हो गई क्योंकि इस गिरोह के बदमाशों ने उसके भाई रविंद्र की हत्या की थी। भाई की मौत का बदला लेने के लिए लगन शर्मा ने गिरोह के सरगना शक्ति के भाई सज्जन की 2014 में हत्या कर दी थी।
लगन शर्मा ने पुलिस को बताया कि हरीश, रिंकू, सोमदत्त व मुकुल के साथ मिलकर उसने सज्जन का पहले अपहरण किया और फिर उसकी हत्या कर दी थी। वारदात को अंजाम देने के बाद उसके सभी साथी पकड़े गए, पर वह फरार हो गया। जिसके बाद पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम रखा था।
इसके अलावा आरोपित ने विकास नामक साथी के साथ मिलकर पालम के एक कारोबारी प्रवीन सिंघल नामक शख्स की हत्या की थी। साथ ही दोनों आरोपिताें ने वारदात के चश्मदीद गवाह व प्रवीन सिंघल के भाई संजीव सिंघल पर भी गोली चलाई थी। आरोपित ने अपने साथियों के साथ मिलकर खेरा गांव में बैंक लूट के दौरान कर्मचारी की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था।