फर्जी डिग्री मामला : अंकिव ने डूसू अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, जानें किस डिग्री पर मचा है विवाद

अंकिव ने किया था यह दावा अंकिव ने डूसू चुनाव के दौरान दावा किया था कि उन्होंने डीयू के कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज से स्नातक पाठ्यक्रम की पढ़ाई की थी

By Edited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 08:01 PM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 07:19 AM (IST)
फर्जी डिग्री मामला : अंकिव ने डूसू अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, जानें किस डिग्री पर मचा है विवाद
फर्जी डिग्री मामला : अंकिव ने डूसू अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा, जानें किस डिग्री पर मचा है विवाद

नई दिल्ली, जेएनएन। फर्जी डिग्री विवाद में अंकिव बैसोया ने गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने मामले में डीयू की जांच पूरी होने तक उन्हें संगठन से निलंबित भी कर दिया है। एबीवीपी ने अंकिव से अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांगा था, जिसके बाद उन्होंने नैतिकता के आधार पर देर शाम कुलपति को इस्तीफा सौंप दिया।

वहीं, जांच पूरी होने तक डूसू अध्यक्ष पद की कामकाज की जिम्मेदारी और अन्य औपचारिकता छात्र संघ के उपाध्यक्ष शक्ति सिंह संभाल सकते हैं। अंकिव की डिग्री मामले में 20 नवंबर को हाई कोर्ट में सुनवाई भी है। 13 सितंबर 2018 को डूसू चुनाव के नतीजे आने के कुछ दिन बाद नेशनल स्टूडेट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) की तरफ से कुलपति प्रोफेसर योगेश त्यागी को शिकायती पत्र लिखा गया था, जिसमें अंकिव के एमए बुद्धिस्ट स्टडीज में दाखिले के वक्त दी गई स्नातक की डिग्री की जांच करने की मांग की गई थी। बाद में एनएसयूआइ मामले को कोर्ट में लेकर चली गई। अंकिव के इस्तीफे के बाद एक तरफ एबीवीपी के फैसले पर अन्य छात्र संगठन सवाल उठा रहे हैं तो वहीं एनएसयूआइ ने फिर से डूसू चुनाव कराने की मांग की है। एबीवीपी के दिल्ली प्रदेश मंत्री भरत खटाना ने कहा कि अंकिव पर लगातार आरोप लग रहे थे और हमने डिग्री को लेकर उनसे कई बार सवाल भी किए थे।

वह खुद को निर्दोष बता रहे थे, लेकिन उनके जवाब से हम संतुष्ट नहीं थे, इसलिए डीयू की जांच पूरी होने तक उन्हें संगठन के सभी पदों से निलंबित कर दिया गया है और उनसे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने के लिए कहा गया था। डीयू प्रशासन जल्द से जल्द जाच पूरी करे। अगर अंकिव दोषी पाए जाते हैं तो न्यायिक कार्रवाई की जाए।

अंकिव ने किया था यह दावा अंकिव ने डूसू चुनाव के दौरान दावा किया था कि उन्होंने डीयू के कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज से स्नातक पाठ्यक्रम की पढ़ाई की थी। इसके बाद वर्ष 2018 में डीयू के बुद्धिस्ट स्टडीज विभाग में एमए पाठ्यक्रम में दाखिला लिया था और इसी आधार पर खुद को डीयू का छात्र बताया था।

अंकिव की स्नातक की डिग्री पर सवाल उठने के बाद उन्होंने तमिलनाडु के तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई करने का दावा किया था। उनकी इस डिग्री पर भी सवाल उठा था। सितंबर में अंकिव ने सफाई दी थी कि डीयू के कॉलेज ऑफ वोकेशनल स्टडीज के कुछ विषय पढ़ने के बाद इस विभाग से अपनी पढ़ाई समाप्त कर दी थी और पढ़ने के तमिलनाडु चले गए थे।

chat bot
आपका साथी