प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की पहली लाभार्थी बनीं अंजलि, केंद्रीय मंत्री ने सौंपा गोल्ड कार्ड

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पहले बिना पैसे के गरीब आदमी निजी अस्पतालों में अपना इलाज नहीं करा पाते थे। इससे इलाज के अभाव में करोड़ों लोग दम तोड़ देते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

By Edited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 05:42 PM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 07:59 PM (IST)
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की पहली लाभार्थी बनीं अंजलि, केंद्रीय मंत्री ने सौंपा गोल्ड कार्ड
प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की पहली लाभार्थी बनीं अंजलि, केंद्रीय मंत्री ने सौंपा गोल्ड कार्ड

फरीदाबाद [जेएनएन]। गरीब परिवार को साल भर में पांच लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज देने के लिए रविवार को प्रधानमंत्री ने जन आरोग्य योजना का शुभारंभ किया गया। बादशाह खान अस्पताल में इस योजना का केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने लाभार्थियों को गोल्ड कार्ड प्रदान कर शुभारंभ किया। गोल्ड कार्ड हासिल करने वाली अंजलि पहली लाभार्थी बनीं, जिन्हें कृष्णपाल गुर्जर ने कार्ड सौंपा।

गरीबों को समर्पित सरकार
कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि इलाज बहुत महंगा होता जा रहा है। इसी बात को ध्यान में रखकर प्रधानमंत्री ने सरकार बनते ही कहा था कि सरकार देश के गरीबों को समर्पित सरकार है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत जिले के पांच लाख से ज्यादा लोग लाभ प्राप्त कर सकेंगे। एक परिवार का एक साल में 5 लाख रूपये तक का नि:शुल्क इलाज किया जाएगा।

नि:शुल्क इलाज करा सकते हैं
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि पहले बिना पैसे के गरीब आदमी निजी अस्पतालों में अपना इलाज नहीं करा पाते थे। इससे इलाज के अभाव में करोड़ों लोग दम तोड़ देते थे। उन्होंने बताया कि इस योजना में 2011के सामाजिक, आर्थिक आधार पर किए गए सर्वे को ध्यान में रखते हुए शामिल किया गया है। इस योजना में सरकारी अस्पतालों के अलावा 8 निजी अस्पतालों को भी पैनल पर लिया गया है। कार्ड होल्डर व उसके परिवार का सदस्य इन अस्पतालों में जाकर अपना नि:शुल्क इलाज करा सकते हैं।

कई गणमान्य लोग रहे उपस्थित 
इस अवसर पर बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा, भूमि सुधार एवं विकास बोर्ड के चेयरमैन अजय गौड़, महापौर सुमन बाला, वरिष्ठ उप महापौर देवेंद्र चौधरी, उप महापौर मनमोहन गर्ग, जिला उपायुक्त अतुल कुमार, फरीदाबाद के एसडीएम सतबीर मान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.असरूद्दीन, प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ.बीर सिंह सहरावत, नोडल अधिकारी डॉ.रमेश कुमार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.रामभगत भी मौजूद रहे।

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