सेवा व जागरूकता की ज्योति जला रहीं अनीता, कोरोना के मुश्किल दौर में कर रहीं हर शख्स की मदद

अनीता ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना संकट के दौरान लाकडाउन लगाना अनिवार्य हो गया था। ऐसे में झुग्गियों में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। 10 से 15 दिनों तक किसी तरह वे घर में रहकर परिवार चलाते रहे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 06:25 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 06:25 AM (IST)
सेवा व जागरूकता की ज्योति जला रहीं अनीता, कोरोना के मुश्किल दौर में कर रहीं हर शख्स की मदद
अनीता ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ने से फिर से पहले जैसी स्थिति हो सकती है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संकट ने दुनिया के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। पिछले वर्ष से शुरू हुई इस महामारी का प्रकोप इस वर्ष भी जारी है। लेकिन, इन सबके बीच लोगों में एक-दूसरे की मदद का जो जज्बा उभरकर सामने आ रहा है वह सामाजिक तानेबाने को और मजबूती प्रदान कर रहा है। कोरोना ने लाख परेशानियों के बावजूद जरूरतमंदों के लिए डटकर खड़ा रहने का जज्बा हम सबको प्रदान किया है। ऐसा ही जज्बा विकासपुरी निवासी अनीता ढींगरा पिछले कई वर्षों से जरूरतमंदों की सेवा करके दिखा रही हैं। इतना ही नहीं कोरोना संकट के बीच उन्होंने इसका दायरा और बढ़ाया और इलाके की झुग्गी बस्तियों में जाकर लोगों की सेवा में जुटी रहीं।

अनीता ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना संकट के दौरान लाकडाउन लगाना अनिवार्य हो गया था। ऐसे में झुग्गियों में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। 10 से 15 दिनों तक किसी तरह वे घर में रहकर परिवार चलाते रहे, लेकिन बाद में उनके सामने खाने तक का संकट पैदा हो गया था।

इसे देखते हुए हमारी संस्था समर्पण विद्या ने इनके बीच राशन, मेडिकल किट का वितरण किया और यह कार्य काफी समय तक चला। हमारी संस्था ने इंदिरा कैंप नंबर 2,3,4,5 व शंकर गार्डन की झुग्गी बस्ती में जाकर लोगों को जरूरत के सामान उपलब्ध कराए साथ ही उन्हें कोराना के खतरे के प्रति जागरूक किया। उन्होंने बताया कि लाकडाउन के दौरान लोग अपने-अपने गांव जाने के लिए पैदल ही निकलने लगे थे। ऐसे में यहां रहने वाले लोगों को जागरूक किया गया कि घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं है। काफी लोगों ने मेरी बात मानी और कोरोना का यहीं रहकर डटकर मुकाबला किया।

किया जा रहा है जागरूक

अनीता ने बताया कि कोरोना संक्रमण बढ़ने से फिर से पहले जैसी स्थिति हो सकती है। ऐसे में अभी से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। झुग्गी में जाकर लोगों को मास्क पहनने के साथ ही शारीरिक दूरी का पालन करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके अलावा समय-समय पर हाथ धोने व टीकाकरण कराने की अपील भी की जा रही है। अगर दोबारा जरूरत हुई तो राशन के सामान के साथ ही जरूरत के अन्य सामान भी लोगों को उपलब्ध कराए जाएंगे।

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