बच्चों को पढ़ाने के साथ ही बिना मास्क वालों के चालान काट रहे हैं गुरुजी

मास्टर जी के हाथ में किताब और कॉपी की जगह चालान बुक है कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षक बिना मास्क वालों से हर्जाना लेकर चालान बुक में उनकी उपस्थिति भर रहे हैं

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 01 Sep 2020 11:00 PM (IST) Updated:Tue, 01 Sep 2020 11:00 PM (IST)
बच्चों को पढ़ाने के साथ ही बिना मास्क वालों के चालान काट रहे हैं गुरुजी
बच्चों को पढ़ाने के साथ ही बिना मास्क वालों के चालान काट रहे हैं गुरुजी

नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। शिक्षकों को समाज सुधारक कहा जाता है। लॉकडाउन में शिक्षकों ने स्कूलों में बनाए गए हंगर शिविरों में जरूरतमंद लोगों को खाने बांटने के साथ ही राशन भी वितरित किया। अब उन्हीं शिक्षकों के कंधों पर जिम्मेदारी है कोरोना के लिए बनाए गए नियमों का सख्ती से पालन करवाने की।

हाथ में किताब और कॉपी की जगह है चालान बुक

मास्टर जी के हाथ में किताब और कॉपी की जगह चालान बुक है, कक्षाओं में बच्चों की उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षक बिना मास्क वालों से हर्जाना लेकर चालान बुक में उनकी उपस्थिति भर रहे हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर शिक्षकों को मैदान में उतारा गया है। स्कूल के लाइब्रेरियन से लेकर शिक्षक तक पुलिस के पहरे में नियमों का उल्लंघन करने वालों के चालान कर रहे हैं।

जिलाधिकारियों को नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरतने का आदेश

दिल्ली में इसकी शुरुआत विवेक विहार सब डिविजन से हुई है। कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सभी जिलाधिकारियों को नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्ती बरतने का आदेश दिया था, जिसके बाद शिक्षकों की ड्यूटी चालान काटने में लगाई गई है। शिक्षकों से पहले ही दिल्ली पुलिस व एसडीएम चालान काट रहे हैं। बता दें लाॅकडाउन में खाना व राशन वितरित करने के बाद कोरोना की चपेट में आने से कई शिक्षकों की मौत भी हो चुकी है।

11 शिक्षक, सात घंटे चालान काट रहे हैं चालान

विवेक विहार सब डिविजन में 11 शिक्षक व एक लाइब्रेरियन को चालान काटने पर लगाया गया है। दिल्ली का पहला डिविजन है, जहां शिक्षकों को इस ड्यूटी पर लगाया गया है। सुबह 10 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक शिक्षक सड़क पर बैठकर चालान कर रहे हैं। उसके बाद जुर्माने की रकम को इकठ्ठा करके विवेक विहार स्थित यमुना स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स में प्रशासन के द्वारा बनाए गए कार्यालय में जमा करवाते हैं।

चालान काटने के साथ विद्यार्थियों को पढ़ा भी रहे हैं शिक्षक

कोरोना की वजह से लॉकडाउन के पहले दिन से ही स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान बंद हैं। लेकिन, ऑनलाइन पढ़ाई जारी है, शिक्षक वाट्सएप पर अपनी कक्षा के विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम का काम व असाइनमेंट देते हैं। यह 11 शिक्षक सिर्फ चालान ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ा भी रहे हैं। 10 बजे से पहले वह विद्यार्थियों को वाट्सएप पर काम भेज देते हैं।

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