Delhi NCR Pollution 2020: खतरनाक हुई एनसीआर की हवा, दिल्ली में AQI पहुंचा 559

Delhi Air Pollution राजधानी दिल्ली और पड़ोसी शहर गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता खराब जबकि ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद और नोएडा में बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। मौजूदा समय में प्रदूषण बढ़ने के लिए स्थानीय कारण अधिक जिम्मेदार हैं।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 08:47 AM (IST) Updated:Fri, 23 Oct 2020 01:18 PM (IST)
Delhi NCR Pollution 2020: खतरनाक हुई एनसीआर की हवा, दिल्ली में AQI पहुंचा 559
हवा की गुणवत्ता और अधिक खराब हो सकती है।

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। शुक्रवार की सुबह दिल्ली वासियों ने घने स्मॉग के बीच आंखे खोली। सैर पर जाने वालों को भी सांस लेने में तकलीफ हुई तो कुछ घर से बाहर ही नहीं निकल सके। वजह, दिल्ली का एयर इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में भी उच्च स्तर पर पहुंच जाना। शुक्रवार सुबह 8 बजे AQI 365 दर्ज किया गया तो वहीं, दोपहर होते-होते दिल्ली के आरकेपुरम में पीएम-2 का स्तर 559 पर पहुंच गया। यह बहुत खराब श्रेणी में आता है। बताया जा रहा है कि हवा के मंद पड़ जाने से अभी दो दिन राहत के आसार भी नहीं हैं। एयर इंडेक्स में और इजाफा हो सकता है। दिल्ली के कुछ इलाकों में तो एयर इंडेक्स 400 का आंकड़ा पार कर गंभीर श्रेणी में चला गया है। एनसीआर के शहरों की भी कमोबेश यही हालत है।

विशेषज्ञों की मानें तो वायु प्रदूषण में लगातार बढ़ोतरी के चलते दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (Delhi Pollution Control Committee data) द्वारा शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़े आने वाले समय में हालात और बदतर होने की ओर इशारा कर रहे हैं। DPCC के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता स्तर 387, आरकेपुरम में 333, रोहिणी में 391 और पश्चिमी दिल्ली के यह 390 जा पहुंचा है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में वायु प्रदूषण बहुत खराब श्रेणी में चल रहा है। वहीं, वायु गुणवत्ता और मौसम के पूर्वानुमान पर शोध करने वाली संस्था सफर इंडिया ने चेताया है कि पड़ोसी राज्यों में पराली जलाए जाने से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण और बढ़ सकता है। शुक्रवार यानी 23 अक्टूबर को हवा की गुणवत्ता और अधिक खराब हो सकती है।

एनसीआर के शहरों की हालत और खराब

इससे पहले दिल्ली-एनसीआर बृहस्पतिर सुबह स्मॉग की चादर में लिपटा रहा। दिल्ली और गुरुग्राम में हवा की गुणवत्ता खराब, जबकि ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और नोएडा में बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। मौजूदा समय में प्रदूषण बढ़ने के लिए स्थानीय कारण अधिक जिम्मेदार हैं, लेकिन हरियाणा-पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में अचानक बढ़ोतरी भी चिंताजनक है।

हवा की कम गति ने बढ़ाया प्रदूषण

दिल्ली में बृहस्पतिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 296 दर्ज किया गया, जो बुधवार को 256 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बृहस्पतिवार शाम छह बजे दिल्ली में एक्यूआइ 307 दर्ज किया गया। यानी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई थी। वर्तमान स्थिति यह है कि दिल्ली में बनाए गए 35 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 16 जगहों पर हवा की गुणवत्ता बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गई।

वहीं, बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण और खतरनाक होता जाएगा, क्योंकि हवा की गति कम होगी और बारिश होने के कोई आसार भी नहीं हैं। ऐसे में वायु गुणवत्ता स्तर लगातार बढ़ेगा।

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