40 साल बाद वेलकम झील फिर से करेगी आम लोगों का वेलकम, मिलने जा रहा नया जीवन

सदी के सातवें दशक के अंतिम वर्षों तक 39 एकड़ में थी झील करोड़ रुपये की लागत से दो साल पहले झील का पुनरुद्धार कार्य शुरू हुआ। यमुनापार में कभी 54 जलाशय हुआ करते थे। इनमें कई झील व तालाब शामिल थे लेकिन समय के साथ ये लुप्त होते गए।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 02:55 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 02:55 PM (IST)
40 साल बाद वेलकम झील फिर से करेगी आम लोगों का वेलकम, मिलने जा रहा नया जीवन
वेलकम झील जिसे 40 साल बाद फिर से जीवन मिलने जा रहा। जागरण

पूर्वी दिल्ली, [स्वदेश कुमार]। यमुनापार में कभी 54 जलाशय हुआ करते थे। इनमें कई झील व तालाब शामिल थे, लेकिन समय के साथ ये लुप्त होते गए। ऐसे ही जलाशयों में शामिल थी वेलकम झील। 40 साल बाद अब इसे फिर से जीवन मिलने जा रहा है। इसमें बारिश का जल संचय किया जाएगा। अभी उत्तर-पूर्वी दिल्ली में एक भी झील नहीं है।

पिछले दो सालों से केंद्र सरकार से मिले फंड के जरिये पूर्वी निगम इस झील का पुनरुद्धार करने में जुटा है। पहले यह कार्य दिसंबर, 2020 में पूरा हो जाना था, लेकिन कोरोना की वजह से इसमें देरी हो गई। निगम अधिकारियों की मानें तो झील का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इसमें पानी की व्यवस्था करने में समय लग रहा है। वेलकम वार्ड के पार्षद अजय कुमार निगम में लगातार इस काम को जल्द पूरा करने की मांग करते आ रहे हैं।

अजय कुमार ने बताया कि वह बीसवीं सदी के सातवें दशक के अंतिम वर्षों तक यहां पर 39 एकड़ में झील थी। स्कूल के दिनों में वह यहां परिवार के साथ आते भी थे। लेकिन, इसके बाद इसमें पानी सूख गया। जमीन का कुछ हिस्सा निर्माण कार्यों की भेंट चढ़ गया। अभी करीब 32 एकड़ जमीन बची हुई है। इसी में 14 एकड़ में झील तैयार की जा रही है।
फंड की कमी से शुरू नहीं हो पा रहा था काम
दरअसल इस झील को जीवन देने के लिए 20 साल से निगम में प्रस्ताव आ रहे थे। लेकिन, फंड की कमी की वजह से इस पर काम शुरू नहीं हो पा रहा था।
बारिश की बूंदों को सहेजने के लिए जलाशयों को जीवित करना जरूरी है। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जहां भी जगह मिलेगी, वहां पर जलाशय बनाने की कोशिश की जाएगी। वेलकम झील की सौगात इसी वर्ष जनता को मिल जाएगी।
- पुनीत शर्मा, चेयरमैन, निर्माण समिति, पूर्वी निगम
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