एनजीटी की फटकार के बाद सभापुर में अवैध गोदामों पर कार्रवाई शुरू, प्रदूषण से परेशान हैं इलाके के लोग

राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की फटकार के बाद पूर्वी दिल्ली नगर निगम और दिल्ली प्रदूषण नियंत्र बोर्ड (डीपीसीसी) ने सभापुर में गोदाम के खिलाफ मंगलवार से कार्रवाई शुरू कर दी है दो दिन में तीन गोदाम सील किए गए हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 07:10 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 08:56 AM (IST)
एनजीटी की फटकार के बाद सभापुर में अवैध गोदामों पर कार्रवाई शुरू, प्रदूषण से परेशान हैं इलाके के लोग
कबाड़ के गोदामों में जलाई जाती है प्लास्टिक और टायर।

नई दिल्ली, शुजाउद्दीन। सभापुर से प्रदूषण फैलाने वाले कबाड़ के गोदाम का पूरी तरह से सफाया होगा। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की फटकार के बाद पूर्वी दिल्ली नगर निगम और दिल्ली प्रदूषण नियंत्र बोर्ड (डीपीसीसी) ने सभापुर में गोदाम के खिलाफ मंगलवार से कार्रवाई शुरू कर दी है, दो दिन में तीन गोदाम सील किए गए हैं।

कुल 128 गोदामों को किया जाएगा सील

यहां 128 गोदाम को सील किया जाना है। 17 सितंबर, 2020 को निगम आयुक्त, डीपीसीसी के मेंमबर सचिव और संयुक्त पुलिस आयुक्त पूर्वी रेंज को कार्रवाई की रिपोर्ट के एनजीटी में पेश होने के लिए कहा गया था। सभापुर गांव निवासी सुनील कुमार चौधरी की याचिका पर एनजीटी ने 2019 में इन गोदाम को सील करने के आदेश दिए थे। लेकिन, पूर्वी दिल्ली नगर निगम और डीपीसीसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। इसके बाद फिर से सुनील गोदाम के खिलाफ एनजीटी पहुंच गए थे, जिसके बाद एनजीटी ने निगम और डीपीसीसी को कड़ी फटकार लगाई और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी।

कई सालों से चल रहा मिलीभगत का खेल

सुनील का कहना है कि कई वर्ष से सभापुर में सरकारी विभागों की मिलीभगत से गोदाम चल रहे हैं, इनसे फैलने वाले प्रदूषण की वजह से यहां के लोगों का रहना मुश्किल हो गया है। दिन हो चाहे रात गोदाम में कबाड़ जलाया जाता है, सरकारी विभाग दिखावे के तौर पर कुछ कार्रवाई करते हैं। उसके कुछ दिन बाद फिर से गोदाम खुल जाते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई की एनजीटी के जरिये सभापुर को प्रदूषण से छुटकारा मिल सकता है।

प्लास्टिक और टायर जलाकर निकाला जाता है तांबा

सभापुर और इसके आसपास का क्षेत्र उत्तर प्रदेश से सटा हुआ है। लोगों ने यहां बड़े-बड़े गोदाम कबाड़ के लिए मोटे किराये पर लिए हैं। सभापुर के रहने वाले लोगों का कहना है कि इन गोदाम में प्लास्टिक के तार जलाकर तांबा और टायर जलाकर उसमें से लोहे के तार निकाले जाते हैं। इससे क्षेत्र में काफी प्रदूषण रहता है। जिस वक्त कबाड़ को जलाया जाता है, उसका धुआं काफी दूर से ही नजर आ जाता है। दम घुटने लगता है, यहां तक की सांस भी नहीं लिया जाता।

जांच कर किया जाएगा सील

पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने अन्य विभागों के साथ मिलकर गोदाम को सील करना शुरू कर दिया है। एनजीटी से गोदाम की जो लिस्ट मिली है, उसमें से कुछ गोदाम खाली पाए गए हैं और कुछ पर ताले लगे हुए हैं। निगम निरीक्षण करके सभी गोदाम को सील करेगा।

रैनन कुमार, उपायुक्त शाहदरा उत्तरी जोन।

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