75 जगहों पर लगे CCTV कैमरों के फुटेज खंगालने के बाद आरोपित की हुई पहचान, तीन गिरफ्तार

राजौरी गार्डन सबडिविजन के प्रभारी एसीपी सुदेश रंगा की देखरेख तथा राजौरी गार्डन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद एक प्रत्यक्षदर्शी का पता लगा लिया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 05:09 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 05:09 PM (IST)
75 जगहों पर लगे CCTV कैमरों के फुटेज खंगालने के बाद आरोपित की हुई पहचान, तीन गिरफ्तार
क्राइम के बाद गिरफ्तार हुए बदमाश की प्रतिकात्‍मक तस्‍वीर।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने लूट के एक मामले तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान नितेश उर्फ गोलू, रवि उर्फ वेल्डिंग व रवि उर्फ चिके के रूप में हुई है। पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त दीपक पुरोहित ने बताया कि पुलिस को शिवाजी कॉलेज के पास से लूट की घटना की जानकारी मिली।

युवक से मारपीट कर छीना मोबाइल और पर्स

शिकायतकर्ता ने बताया था कि कुछ लड़कों ने एक युवक से मारपीट कर मोबाइल और पर्स छीन लिया है। वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए। पुलिस टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायल युवक को गुरु गोविंद सिंह हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती करवाया और राजौरी गार्डन थाने में मामला दर्ज कर वारदात में शामिल आरोपियों की तलाश शुरू की।

पुलिस ने टीम बनाकर शुरू किया सीसीटीवी कैमरों को खंगालना

राजौरी गार्डन सबडिविजन के प्रभारी एसीपी सुदेश रंगा की देखरेख तथा राजौरी गार्डन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कुमार शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच करने के बाद एक प्रत्यक्षदर्शी का पता लगा लिया।

सीसीटीवी से पता चला तीन बदमाश थे

इससे पता चला कि बदमाशों की तादाद तीन थी और वारदात के बाद बदमाश स्कूटी से भागे थे। इस जानकारी के आधार पर दस किलोमीटर के दायरे में पुलिस टीम ने करीब 75 जगहों पर लगे सीसीटीवी की फुटेज की जांच की। इस दौरान ही मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक आरोपित को मादीपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित ने पूछताछ के बाद पुलिस को अपने दो साथियों के नाम बताए। पुलिस ने इन्हें भी दबोच लिया। बता देें  कि दिल्‍ली पुलिस को सीसीटीवी से क्राइम कंट्रोल करने में काफी मदद मिलती है। पुलिस सबसे पहले आसपास के सीसीटीवी से क्रिमिनल के बारे में पता करती है जिससे कोई ना कोई सुराग मिल जाता है। वारदात की आसपास के सीसीटीवी कैमरों से दिल्‍ली पुलिस लगातार क्राइम के बड़़े-बड़े नाम को जेल की सलाखों के पीछे भेज चुकी है।

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