छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोपित 36 घंटे के अंदर गिरफ्तार, अस्पताल में मासूम की हालत गंभीर

दिल्ली के रणजीत नगर इलाके में छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित की गिरफ्तारी हरियाणा के रोहतक जिले के कलानौर से हुई है। आरोपित का नाम सूरज है जिसकी उम्र 20 साल है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:21 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 03:34 PM (IST)
छह साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का आरोपित 36 घंटे के अंदर गिरफ्तार, अस्पताल में मासूम की हालत गंभीर
दिल्ली में छह वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले में आरोपित हरियाणा से गिरफ्तार

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। मध्य जिला के रंजीत नगर में छह साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपित सूरज को मध्य जिला पुलिस ने वारदात के 36 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार सुबह वारदात के बाद वह प्राइवेट बस में सवार होकर राजस्थान भाग रहा था। पुलिस टीम ने उसके मोबाइल फोन की लोकेशन व मुखबिर की सूचना पर बस के बारे में पता लगा बस का पीछाकर कलानौर, रोहतक, हरियाणा के पास दबोच लिया। उधर आरोपित के दरिंदगी की शिकार बच्ची की हालत राम मनोहर लोहिया अस्पताल में खतरे से बाहर है। शुक्रवार देर रात ही बच्ची का आपरेशन कर दिया गया। उसके प्राइवेट पार्ट में कई टांके आए हैं।

मध्य जिला पुलिस अधिकारी के मुताबिक 20 वर्षीय सूरज, रघुबीर नगर का रहने वाला है और अविवाहित है। वह राजस्थान में बर्तन की फेरी लगाने का काम करता है और महिलाओं के मामले में मानसिक तौर पर सनकी किस्म का युवक है। बीते अप्रैल में उसने ख्याला में भी एक बच्ची को हवस का शिकार बनाने की कोशिश की थी लेकिन बच्ची द्वारा शोर मचा देने पर वह मकसद में कामयाब नहीं हो पाया था।

ख्याला थाना पुलिस ने पास्को व छेड़खानी में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। कोराना की दूसरी लहर के दौरान जेल में संक्रमण फैलने से बचने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट के निर्देश पर दो ढाई माह बाद ही सूरज जेल से जमानत पर बाहर आ गया था। शुक्रवार को उसी केस की तीस हजारी कोर्ट में तारीख थी जिससे तारीख भुगतने वह दिल्ली आया था। दिल्ली पहुंच जाने पर उसके वकील ने सूरज को फोन कर बताया कि वह केस की अगली तारीख ले लेंगे वह कोर्ट न आए। जिसके बाद वह रंजीत में रहने वाले अपने मामा के पास आ गया था।

सुबह साढे नौ बजे उसने देखा कि एक बच्ची गुरुद्वारा के बाहर खेल रही है। उसने उसे कापी किताब दिलाने के बहाने व दस रुपये देकर अपने साथ करीब 30 मीटर दूर स्थित एक फैक्ट्री में लेकर आ गया। बच्ची को लेकर वह बटन बनाने वाली पहले फैक्ट्री की छत पर चढ़ा। छत से नीचे झांक कर उसने देखा कि पहली मंजिल पर कोई शख्स नहीं है,खाली है तब उसने बच्ची को लेकर वहां आ गया और उसके साथ दुष्कर्म कर दिया। बच्ची के रोने पर वह वारदात के तुरंत बाद वहां से भागकर मामा के पास आ गया। उधर रोते बिलखते खून से लथपथ बच्ची अपने घर आकर स्वजन को आपबीती बताई। जिसके बाद स्वजन तुरंत उसे इलाज के लिए पास के कस्तूरबा भाई पेटल अस्पताल ले गए। बच्ची के पिता असलम (परिवर्तित नाम) का कहना है कि अस्पताल मेें एक्स रे मशीन खराब होने के कारण डाक्टरों ने तुरंत पुलिस को घटना की सूचना दी और अस्पताल के एम्बुलेंस से पुलिस कर्मियों के साथ बच्ची को राम मनोहर लोहिया अस्पताल भेज दिया। वहां उसका उपचार शुरू कर दिया गया। उसी दिन रात में बच्ची का आपरेशन भी कर दिया गया।

उधर मध्य जिला पुलिस अधिकारी ने स्वजन को एक सिपाही भी मुहैया करा दी, जाे 24 घंटे स्वजन के साथ रहकर उन्हें हर तरह की सहायता प्रदान कर रहा है। रंजीत नगर थाना पुलिस ने सूरज के खिलाफ दुष्कर्म व पास्को के तहत मामला दर्ज कर लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए आरोपित की पहचान कर उसे जल्द दबोचने की जिम्मेदारी स्पेशल स्टाफ व वाहन चोरी निरोधक दस्ता को सौंपी गई। पुलिस टीम ने 36 घंटे के दौरान सैकड़ों सीसीटीवी चेक किए, जिनमें वारदात वाली फैक्ट्री के सामने स्थित मंदिर के सीसीटीवी कैमरे में आरोपित की तस्वीरें कैद पाई गई। वह मास्क लगाया हुआ था। यह मामला पूरी तरह से ब्लाइंड था।

पीड़िता व उसके स्वजन से आरोपित का कोई संबंध नहीं था। वह रंजीत नगर क्षेत्र का निवासी भी नहीं था। उसका कोई फोन नंबर नहीं था, उसके पास कोई वाहन नहीं था, किसी पेशा संबंधी आइडी नहीं था जिससे पुलिस टीम को आरोपित की पहचान में मदद मिलती। कड़ी मशक्कत के बाद जांच से पुलिस टीम को आरोपित सूरज के बारे में पता लग गया। उसका मोबाइल नंबर भी मिल गया। जिसके बाद एसआइ संदीप गोदारा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने उसकी तलाश शुरू की और बस का पीछा कर कलानौर, रोहतक में बस रुकवा कर उसे दबोच लिया गया।

बता दें कि बच्ची के पिता रंजीत नगर में परिवार के साथ रहता है और रिक्शा चलाकर गुजारा करता है। उसकी पत्नी घरों में साफ-सफाई का काम करती है। शुक्रवार सुबह बच्ची लंगर खाने गुरुद्वारा गई थी तभी आरोपित ने बहला फुसला कर वारदात को अंजाम दिया।

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