दिल्ली विकास प्राधिकरण की खाली पड़ी जमीन पर मिला मलबे का ढेर, निगमायुक्त के निर्देश पर हुआ चालान

पूर्वी निगम के आयुक्त विकास आनंद लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं। कमियां पाई जाने पर अधिकारियों और कर्मचारियों पर निलंबन की गाज भी गिरती है लेकिन इस बार निगमायुक्त के दौरे की वजह से डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) को चालान मिल गया।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 12:33 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 12:33 PM (IST)
दिल्ली विकास प्राधिकरण की खाली पड़ी जमीन पर मिला मलबे का ढेर, निगमायुक्त के निर्देश पर हुआ चालान
विकास आनंद बृहस्पतिवार को शास्त्री पार्क इलाके में निरीक्षण के लिए पहुंचे।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पूर्वी निगम के आयुक्त विकास आनंद लगातार औचक निरीक्षण कर रहे हैं। कमियां पाई जाने पर अधिकारियों और कर्मचारियों पर निलंबन की गाज भी गिरती है, लेकिन इस बार निगमायुक्त के दौरे की वजह से डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) को चालान मिल गया। दरअसल, विकास आनंद बृहस्पतिवार को शास्त्री पार्क इलाके में निरीक्षण के लिए पहुंचे। उनके वहां पहुंचने की सूचना मिलते ही निगम के मुख्य अभियंता के साथ शाहदरा दक्षिणी जोन की उपायुक्त के साथ कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

विकास आनंद शास्त्री पार्क स्थित समुदाय भवन के पास पहुंचे। यहां डीडीए की खाली जमीन के किनारे पर कई टन मलबा पड़ा हुआ था। इसे देखकर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। इसके साथ तुरंत मलबे को हटाकर संबंधित विभाग के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश जारी कर दिए। निगम अधिकारियों के साथ कूड़ा उठाने वाली मेट्रो वेस्ट कंपनी के कर्मचारी जेसीबी और लोडर के साथ मौके पर पहुंच गए। तुरंत वहां से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि निगमायुक्त के निर्देशानुसार इस संबंध में डीडीए को चालान जारी किया गया है। इस कार्रवाई के साथ विकास आनंद ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उस खाली भूमि में कई जगहों पर जलभराव हो गया है। इसमें मच्छर पनप सकते हैं। इसलिए एंटी लार्वा दवा का छिड़काव किया जाए। विकास आनंद ने कहा कि कोई भी विभाग जिसके अधिकार क्षेत्र में खुले में मलबा या कूड़ा पड़ा हुआ पाया गया तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसलिए सभी विभाग अपने अधिकार क्षेत्र में सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखें और इसके लिए दायित्व सुनिश्चित करें।

गौरतलब है कि इससे पहले निगमायुक्त ने सभी विभागों के प्रतिनिधियों के साथ समन्वय बैठक की थी। इसमें उन्होंने सभी से मच्छरों की रोकथाम के लिए उपाय करने को कहा था। साथ ही डेंगू-चिकनगुनिया के मामलों को रोकने के लिए नोडल अधिकारी भी तय करने के निर्देश दिए थे। खुले में मलबे को लेकर निगम ने पहले ही सभी विभागों को चेतावनी दे दी थी।

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