घर से भागकर दिल्ली से मुंबई जा रहा था एक लड़का, एयर पोर्ट पर वजह जानकर चौंक गए अधिकारी

एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि किशोर परिवार के साथ नजफगढ़ इलाके में रहता है। वह हीरो बनने की चाहत लेकर मुंबई जाने के लिए एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर पहुंच गया।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 06 Jun 2020 07:23 AM (IST) Updated:Sat, 06 Jun 2020 08:20 AM (IST)
घर से भागकर दिल्ली से मुंबई जा रहा था एक लड़का, एयर पोर्ट पर वजह जानकर चौंक गए अधिकारी
घर से भागकर दिल्ली से मुंबई जा रहा था एक लड़का, एयर पोर्ट पर वजह जानकर चौंक गए अधिकारी

नई दिल्ली [संतोष शर्मा]। कोरोना के कारण मुंबई की फिल्मी इंडस्ट्री भले ही बंद हो, लेकिन हीरो बनने का शौक नजफगढ़ निवासी 14 वर्षीय किशोर के कदम नहीं थाम सका। पॉकेट मनी और दोस्तों से रुपये लेकर उसने मुंबई की एयर इंडिया की उड़ान का टिकट तक करा लिया। इसके बाद वह बगैर परिजनों को बताए मुंबई जाने के लिए दिल्ली स्थित आइजीआइ एयरपोर्ट पहुंच गया। एयरपोर्ट पर जब किशोर से सुरक्षाकर्मियों ने पहचानपत्र की मांग की तो वह सकपका गया और हीरो बनने के लिए मुंबई जाने की बात बता दी। इसके बाद सीआइएसएफ के जवानों ने किशोर के एयरपोर्ट पर होने की जानकारी परिजनों को दी। वहीं, एयरपोर्ट पर बुला किशोर को परिजनों के हवाले कर दिया गया।

एयरपोर्ट अधिकारी ने बताया कि किशोर परिवार के साथ नजफगढ़ इलाके में रहता है। वह हीरो बनने की चाहत लेकर मुंबई जाने के लिए मंगलवार दोपहर बाद आइजीआइ एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर पहुंचा था। उसका एयर इंडिया की उड़ान से शाम 5:15 बजे का टिकट बना हुआ था।

अधिकारियों के मुताबिक, किशोर पहली बार हवाई यात्रा करने पहुंचा था, लिहाजा उसे हवाई यात्रा की प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं थी। एयरपोर्ट पहुंचने पर टर्मिनल में प्रवेश के लिए जब केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के जवानों ने पहचान के लिए उससे दस्तावेज की मांग की तो उसके पास कोई पहचान पत्र नहीं था।

लिहाजा शक होने पर किशोर से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह मुंबई हीरो बनने जा रहा है। इसके बारे में उसने परिजनों को भी जानकारी नहीं होने की बात कही। इसका पता चलने पर सुरक्षा एजेंसियों ने बातचीत के दौरान किशोर के परिजनों व उनके फोन नंबर की जानकारी ले ली और घटना के बारे में फोन कर परिजनों को बता दिया। कुछ समय बाद किशोर के पिता और चाचा टर्मिनल-3 पहुंचे और बच्चे को अपने साथ घर ले गए। परिजनों ने बताया कि बच्चे को पढ़ने-लिखने में कम मन लगता है। वह अक्सर हीरो बनने की बात करता रहता है। इस बात को लेकर परिजन कई बार उसे डांट भी लगा चुके हैं। 

chat bot
आपका साथी