Delhi MCD Salary News: दिल्ली नगर निगम के 57,000 कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, 4 साल में पहली बार मिल बकाया वेतन

Delhi MCD Salary News वेतन के मुद्दे पर तीन बार यूनियन हड़ताल कर चुकी है। वहीं 100 से अधिक पत्र लिखे जा चुके हैं। वेतन को लेकर स्थिति अब बेहतर हुई है। हमारी मांग है कि समय से वेतन जारी करना बरकरार रहे।

By Jp YadavEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 08:29 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 08:29 AM (IST)
Delhi MCD Salary News: दिल्ली नगर निगम के 57,000 कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, 4 साल में पहली बार मिल बकाया वेतन
Delhi MCD Salary News: नगर निगम के 57,000 कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, 4 साल में पहली बार मिल बकाया वेतन

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। इस सावन के महीने में उत्तरी दिल्ली नगर निगम के कर्मियों पर भी राहत की बारिश हुई है। चार साल बाद पहला मौका आया है, जब उत्तरी निगम के 57,000 कर्मचारियों का एक भी माह का वेतन बकाया नहीं है। अन्यथा उनके साथ अधिकारियों का भी पांच माह तक का वेतन बकाया रहता था। इसी तरह निगम ने मई माह तक की पेंशन भी जारी कर दी है।

उत्तरी निगम वेतन पर 293 करोड़ रुपये हर माह खर्च करता है। इस वर्ष अब तक करीब 400 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है, जो कि कोरोना की स्थिति को देखते हुए निगम की उपलब्धि है। निगम ने इस पूरी राशि को वेतन में दे दिया है। वहीं, हाल ही में दिल्ली सरकार से भी 293 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जिससे भी वेतन चुकाने में मदद मिली। उल्लेखनीय है कि 2017 से निगम खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रहे हैं। 2017 में वेतन भुगतान में देरी दो से तीन माह की थी, जो 2018, 2019 व 2020 में पांच माह तक बढ़ गई।

दिल्ली हाई कोर्ट भी इसे लेकर निगमों को कई बार कड़ी फटकार लगा चुका है। दिल्ली सरकार को भी अनुदान जारी करने को लेकर समय-समय पर आदेश दिए हैं। निगम कर्मचारी वेतन बकाया को लेकर चार वर्ष से आंदोलनरत थे। कभी प्रदर्शन तो कभी काम बंद हड़ताल, तो कभी काली पट्टी बांधकर काम करते थे। 

कंफेडरेशन आफ एमसीडी एम्पलाइज यूनियन के संयोजक एपी खान ने बताया कि वेतन के मुद्दे पर तीन बार यूनियन हड़ताल कर चुकी है। वहीं, 100 से अधिक पत्र लिखे जा चुके हैं। वेतन को लेकर स्थिति अब बेहतर हुई है। हमारी मांग है कि समय से वेतन जारी करना बरकरार रहे। जनवरी माह में इसी वर्ष काम बंद हड़ताल हुई थी। इससे सड़को पर कूड़े के ढेर लग गए थे।

जोगीराम जैन (चेयरमैन, स्थायी समिति, उत्तरी निगम) के मुताबिक, संपत्ति कर विभाग ने इस वर्ष करीब 400 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त किया। कोरोना संकट होने के बाद भी बीते वर्ष की तुलना में निगम 90 करोड़ का अतिरिक्त कर एकत्रित कर चुका है। इन राशियों से बकाया वेतन चुकाने में मदद मिली। अब कर्मचारियों का वेतन बकाया नहीं है।

संजय गोयल (आयुक्त, उत्तरी दिल्ली नगर निगम) का कहना है किमैंने मार्च में संपत्ति कर से राजस्व को बढ़ाने पर जोर दिया था। पहली तिमाही में ही हमने बीते वर्षो से अधिक संपत्ति कर वसूल किया है। पुनर्विकास परियोजनाओं से इस वर्ष दिसंबर तक 750 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त करने की योजना है। हम अपने राजस्व के सभी स्नोतों को मजबूत कर रहे हैं।

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