दिल्ली में एक सप्ताह के भीतर 2 गैंगवार की घटनाएं, पुलिस को उठाने होंगे कड़े कदम
रोहिणी कोर्ट में तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए टिल्लू गैंग के दोनों हमलावरों को मौके पर ही मार गिराया था लेकिन नजफगढ़ में हुई वारदात में हमलावर बदमाश की हत्या करने के बाद फरार होने में सफल रहे।
नई दिल्ली [सौरभ श्रीवास्तव]। देश की राजधानी दिल्ली में रोहिणी कोर्ट में गैंगवार में कुख्यात अपराधी जितेंद्र मान उर्फ गोगी की हत्या के बाद अब नजफगढ़ में गैंगवार में एक बदमाश शिवांग की हत्या कर दी गई। राष्ट्रीय राजधानी में विगत एक सप्ताह के भीतर ही गैंगवार की दो घटनाएं सामने आना कानून-व्यवस्था की ²ष्टि से चिंताजनक है। रोहिणी कोर्ट में तो पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए टिल्लू गैंग के दोनों हमलावरों को मौके पर ही मार गिराया था, लेकिन नजफगढ़ में हुई वारदात में हमलावर बदमाश की हत्या करने के बाद फरार होने में सफल रहे। यह गनीमत रही कि उनकी फायरिंग में किसी राहगीर को गोली नहीं लगी, अन्यथा सड़क पर शाम पांच बजे जिस समय यह वारदात हुई, राहगीरों की जान भी खतरे में पड़ सकती थी।
इस घटना में मारा गया बदमाश मंजीत महाल गैंग का सदस्य, जबकि हमलावरों को कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग का सदस्य बताया जा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में गैंगवार की एक के बाद एक दो घटनाएं दर्शाती हैं कि अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं रह गया है। किसी भी महानगर में गैंगवार की घटनाओं को कानून व्यवस्था की ²ष्टि से सर्वाधिक चिंताजनक माना जाता है। देश के किसी दूरदराज के स्थानों पर ऐसी वारदातें होती हैं, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस तरह की घटनाओं को कतई स्वीकार नहीं किया जा सकता।
दिल्ली पुलिस को चाहिए कि नजफगढ़ में हुई इस वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों और उनके सरगना को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे डाले। यही नहीं, दिल्ली में सक्रिय विभिन्न गैंगों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस को सुनियोजित ढंग से रणनीति बनानी चाहिए और इनके सरगना व सदस्यों की जल्द धरपकड़ सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि भविष्य में गैंगवार की घटनाओं को रोका जा सके। राजधानी में सरेराह, दिनदहाड़े सड़क पर गोलियां चलाने की घटनाओं को हर हाल में रोका जाना चाहिए। इसके लिए पुलिस को हरसंभव कदम उठाने चाहिए, ताकि दिल्लीवासियों को सड़कों पर सुरक्षा का अहसास हो।