165 सिम कार्ड और 22 मोबाइल से की ठगी, 20 बैंक खातों में जमा कराए पैसे, पढ़िए विदेशी ठगों की पूरी कहानी

देशभर में एक हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के नाम पर ठगने वाले दो विदेशी नागरिकों को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच के मुताबिक करीब दो करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की गई है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 01:25 PM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 01:25 PM (IST)
165 सिम कार्ड और 22 मोबाइल से की ठगी, 20 बैंक खातों में जमा कराए पैसे, पढ़िए विदेशी ठगों की पूरी कहानी
देशभर में एक हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के नाम ठगी की गई।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। देशभर में एक हजार से अधिक लोगों को चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के नाम पर ठगने वाले दो विदेशी नागरिकों को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच के मुताबिक करीब दो करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की गई है। आरोपित चीका बेनेथ नाईजीरिया का रहने वाला है, जबकि जोनाथन कोजो घाना का रहने वाला है। दोनों आरोपित पंचशील विहार के सी ब्लाक इलाके में किराये के घर में रहते थे। पुलिस ने इनके पास से 165 सिम कार्ड, 22 मोबाइल फोन, पांच लैपटाप व चार डेबिट कार्ड बरामद किए हैं।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शिबेश सिंह ने बताया कि पांच मई को ज्योति नगर थाने में दर्ज की कई शिकायत में पीडि़त ने बताया था कि उनके एक रिश्तेदार को आक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी। उन्होंने इंटरनेट मीडिया से आक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराने के दावे के साथ साझा किए गए एक मोबाइल नंबर पर वाट्सएप संदेश भेजकर पीडि़त ने सिलेंडर की जरूरत बताई। आरोपित ने पीडि़त से सोलह हजार रुपये में सिलेंडर और चार हजार रुपये ट्रांसपोर्ट चार्ज देने को कहा। इसके बाद पीडि़त ने आरोपित के बताए खाते में आनलाइन पैसे भेज दिए। पैसे जमा हो जाने के बाद आरोपित ने पीडि़त का नंबर ब्लाक कर दिया और सिलेंडर नहीं भेजा।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसी तरह के धोखाधड़ी के कई मामले अलग-अलग थानों में दर्ज किए थे, जिनमें आरोपित ने एक ही मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया था। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि चला कि संगम विहार, जामिया नगर, हौजरानी गांव, खिड़की गांव, खिड़की एक्सटेंशन, मालवीय नगर आदि क्षेत्र में ही आरोपित का नंबर सक्रिय है। जांच में पता चला इन इलाकों में रहने वाले विदेशी नागरिक धोखाधड़ी में संलग्न हैं। 13 मई को पुलिस ने चीका बेनेथ को ग्रीन पार्क इलाके से दबोच लिया। इसके बाद 15 मई को जोनाथन कोजो को भी पंचशील विहार से गिरफ्तार कर लिया गया।

2010 से भारत में है एक आरोपित

पूछताछ में चीका बेनेथ ने बताया कि वह 2010 से भारत में रह रहा है। पहले वह विदेश से गिफ्ट पार्सल, दवाएं आदि भेजने के नाम पर ठगी करता था, लेकिन कोरोना काल में उसने लोगों को आक्सीजन सिलेंडर के लिए परेशान होते देखा तो ठगी का तरीका बदल दिया। इसके लिए आरोपित ने फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, वाट्सएप आदि पर आनलाइन चिकित्सा उपकरण मुहैया कराने के लिए संदेश वायरल किया हुआ था।

20 खातों में जमा कराई ठगी की रकम

पूछताछ में पता चला है कि बेंगलुरु में मौजूद इनका एक साथी ठगी की रकम के लिए बैंक खाते मुहैया करवाता था। आरोपित ठगी के लिए बीस से अधिक बैंक खातों का इस्तेमाल कर चुके हैं, फिलहाल पुलिस आरोपित के अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटा रही है।

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