DU के ARSD कॉलेज में मनाई गई बीआर अंबेडकर की 130वीं जयंती, योगदान पर हुई चर्चा

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ज्ञानतोष कुमार झा अंबेडकर स्टडी सर्कल के कन्वीनर असिस्टेंट प्रोफेसर अजीत कुमार अन्य अध्यापक व छात्र-छात्राएं इस ऐतिहासिक पल के साक्षी रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ज्ञानतोष कुमार झा ने बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को याद किया।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 09:09 PM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 09:09 PM (IST)
DU के ARSD कॉलेज में मनाई गई बीआर अंबेडकर की 130वीं जयंती, योगदान पर हुई चर्चा
पत्रिका को आत्मा राम सनातन धर्म महाविद्यालय के वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। 14 अप्रैल, 2021 को स्वतंत्र भारत के प्रथम कानून मंत्री, भारतीय संविधान के प्रमुख वास्तुकार व महान समाज सुधारक बाबासाहब डॉ भीमराव आंबेडकर की 130वीं जयंती के अवसर पर आत्माराम सनातन धर्म महाविद्यालय के अंबेडकर स्टडी सर्कल द्वारा द्वि भाषी "द ब्लू स्काई" (दूसरा संस्करण) ई-मैगज़ीन को गूगल मीटिंग ऐप पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रेषित किया गया। इसके साथ ही "महिलाओं के उद्धार - आंबेडकरवादी परिपेक्ष्य में" विषय पर चर्चा की गई। इस चर्चा में प्रोफेसर नरेंद्र कुमार (सेंटर फॉर पाॅलिटिकल स्टडीज, स्कूल आफ सोशल साइंस, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय) और डॉ अभिनया रमेश कांबले (एमए लंदन, एलएलबी गवर्नमेंट लॉ कॉलेज मुंबई ) ने भाग लिया। दोनों वक्ताओं ने काफ़ी बारीकी से महिला उत्थान के लिए बाबा साहेब डॉ अम्बेडकर द्वारा किए गए कार्यों और योगदानों को श्रोताओं के समक्ष रखा।

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ज्ञानतोष कुमार झा, अंबेडकर स्टडी सर्कल के कन्वीनर असिस्टेंट प्रोफेसर अजीत कुमार अन्य अध्यापक व छात्र-छात्राएं इस ऐतिहासिक पल के साक्षी रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ ज्ञानतोष कुमार झा ने बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को याद करते हुए कहा कि जैसे "नीले आसमान के लिए सब मानव, जीव-जंतु बराबर है वैसे ही बाबासाहेब के लिए सब मानव बराबर थे।

सबको लिए समान अवसर, बराबर आजादी चाहते थे। महाविद्यालय में अंबेडकर स्टडी सर्कल के स्थापित करने का उद्देश्य बाबा साहेब के द्वारा रचित शोध, पुस्तकें और लेखों को पढ़ना और उस पर तर्क-वितर्क के साथ चर्चा करना है।" दो भाषा में प्रकाशित इस ई-मैग्जीन में बाबा साहब आंबेडकर जी के जीवनी और संदेश से संबंधित अध्यापकों, छात्र छात्राओं व पूर्व छात्रों के कई लेख हैं, कविताएं हैं। पत्रिका को आत्मा राम सनातन धर्म महाविद्यालय के वेबसाइट पर पढ़ा जा सकता है।

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