गोरक्षा संकल्प के साथ दीपावली पर जलेंगे 11 करोड़ दीये , दिल्ली में निर्मित एक लाख दीये अयोध्या को भी करेंगे रोशन

देशभर में 11 करोड़ से अधिक दीपक जलाए जाएंगे। राष्ट्रीय गौधन महासंघ की इस मुहिम को केंद्र सरकार विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के साथ ही साधु-संतों का सहयोग मिल रहा है। ये दीपक देशभर में स्थित नौ हजार से अधिक गोशालाओं के साथ ही घरों और मंदिरों में जलाए जाएंगे।

By Pradeep ChauhanEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 07:59 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 08:16 AM (IST)
गोरक्षा संकल्प के साथ दीपावली पर जलेंगे 11 करोड़ दीये , दिल्ली में निर्मित एक लाख दीये अयोध्या को भी करेंगे रोशन
पर्यावरण की रक्षा करने के साथ "आत्मनिर्भर भारत' की ओर बड़ा कदम है।

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत] । इस दीपावली गोरक्षा के संकल्प के साथ देशभर में 11 करोड़ से अधिक दीपक जलाए जाएंगे। राष्ट्रीय गौधन महासंघ की इस मुहिम को केंद्र सरकार, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के साथ ही साधु-संतों का सहयोग मिल रहा है। ये दीपक देशभर में स्थित नौ हजार से अधिक गोशालाओं के साथ ही घरों और मंदिरों में जलाए जाएंगे। इस मुहिम के माध्यम से गायों के प्रति लोगों का जुड़ाव बढ़ाने के साथ पर्यावरण रक्षा व महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का संकल्प तय किया गया है।

इस संबंध में राष्ट्रीय गौधन महासंघ के संयोजक विजय खुराना ने बताया कि इस अभियान से देशवासियों को जुड़ने के लिए पशुपालन मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक, कुमार, विश्व जागृति मिशन के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु सुधांशु महाराज व गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद समेत कई प्रबुद्ध साधु-संत जुड़े हुए हैं। इसी तरह देशभर के अधिकांश गोशालाओं के साथ गो रक्षा, धार्मिक व अध्यात्मिक संगठनो को भी जोड़ा गया है।

गोबर से बन रहा है दीपक: विशेष बात कि इस मुहिम में काफी दीये गोबर से निर्मित भी होंगे। इसके लिए गोशालाओं में गोबर से दीपक बनाने का काम चल रहा है। कुल 14 करोड़ तक दीये बनाने का लक्ष्य है। अभी तक करीब चार करोड़ दीये तैयार भी हो चुके हैं। विजय खुराना ने बताया कि गोशालाओं के साथ ही महिलाओं को स्वालंबी बनाने के लिए यह विशेष अभियान चलाया गया है।

इससे पर्यावरण की रक्षा करने के साथ "आत्मनिर्भर भारत' की ओर बड़ा कदम है। उन्होंने बताया कि हर साल चीन से आयातित झालर लोग जलाते हैं। उसे हतोत्साहित करने के लिए यह मुहिम शुरू की गई है। इसी तरह मोमबत्ती पर्यावरण के लिए हानिकारक है। खुराना ने बताया कि इस पूरे अभियान में देशभर में तकरीबन 40 हजार महिलाओं को रोजगार मिला हुआ है।

ऐसे तैयार हो रहा है दीया: इसके लिए विभिन्न राज्यों में गाय के सूखे गोबर को मशीन में पाउडर की तरह करके उसमें मिट्टी और गोद का अंश मिलाया जाता है। गोबर का चूर्ण तैयार करने के लिए मशीने आ रही है। इस दीये की काफी मांग है। लोग उपहार देने के लिए इसे खरीद रहे हैं।

एक लाख दीये अयोध्या को करेंगे रोशन: गोबर से तैयार एक लाख दीये इस दीपावली अयोध्या को रोशन करेंगे। इन दीयों को एक कार्यक्रम में केंद्रीय पशुधन मंत्री पुरुषोत्तम मंत्री दिल्ली से अयोध्या रवाना करेंगे।

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