नजफगढ़ बन सकता है दिल्ली पुलिस का नया जिला
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गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली
अभी द्वारका जिला पुलिस के अंतर्गत आने वाले नजफगढ़ व छावला सब डिविजन का इलाका आने वाले समय में दिल्ली पुलिस का नया जिला बन सकता है। पुलिस मुख्यालय की ओर से द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त कार्यालय से इस बाबत रिपोर्ट मांगी गई थी जिसमें यह पूछा गया था कि नजफगढ़ सबडिविजन पुलिस जिला बन सकता है या नहीं। इसके जवाब में द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त कार्यालय की ओर से मुख्यालय को जो पत्र भेजा गया है, उसमें यह साफ-साफ लिखा है कि नजफगढ़ पुलिस जिला बनने के लिए सभी तरह से उपयुक्त है।
मुख्यालय को भेजे गए पत्र में उपायुक्त कार्यालय की ओर से बताया गया है कि नजफगढ़ सबडिविजन का इलाका जिले के शेष इलाके से अलग है। पुलिस की ओर से इसमें नजफगढ़ सबडिविजन के साथ-साथ छावला सबडिविजन को भी जोड़ा गया है। यह बताया गया है कि इस क्षेत्र में अर्ध ग्रामीण व अनियोजित इलाके की बहुतायत है। करीब ढाई दशक तक यह इलाका विभिन्न आपराधिक गिरोहों के बीच वर्चस्व को लेकर हिसा की चपेट में रहा है। नजफगढ़, छावला, बाबा हरिदास नगर व जाफरपुर थाना क्षेत्र ऐसे इलाके हैं जहां अपराधी गिरोहों की सक्रियता उस दौरान रही है। यह ऐसा क्षेत्र है जिसकी सीमाएं हरियाणा के झज्जर, गुरुग्राम से सटे हैं, जिससे अपराधी वारदात अंजाम देकर दूसरे राज्य में चले जाते हैं। 18 लाख की आबादी, पांच थाना
नजफगढ़ व छावला सबडिविजन के अंतर्गत आने वाले पांच थाना क्षेत्रों में करीब 18 लाख की आबादी रहती है। इस इलाके में अपराध का ग्राफ जिले के अन्य इलाकों की तुलना में अधिक है। इलाके में पुनर्वासित कॉलोनियों के अतिरिक्त कई ऐसी बस्तियां भी हैं जहां घूमंतु जनजातियां भी निवास करती हैं। 210 अनियोजित कॉलोनियां हैं। पुलिस के अनुसार 20 डिविजन और 45 बीट हैं। इलाके में 249 विद्यालय, 4 महाविद्यालय, एक आइटीआइ, दो अस्पताल, एक डीटीसी डिपो और तीन क्लस्टर बस डिपो हैं। इसके अलावा यहां आठ डाकघर भी हैं। इलाके में बड़ी संख्या में फार्म हाउस भी हैं। पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल परिसर, भारत तिब्बत सीमा पुलिस परिसर, सीमा सुरक्षा बल परिसर भी क्षेत्र में है। क्षेत्र में अपराध का ग्राफ भी ऊंचा
पुलिस की ओर से कहा गया है कि क्षेत्र में अपराध का ग्राफ भी पिछले कई वर्षो से अधिक रहा है। वर्ष 2017 से 2019 तक यहां दर्ज आपराधिक मामले लगातार बढ़े हैं। अकेले छावला थाना क्षेत्र में 331 घोषित अपराधी हैं। पुलिस ने मुख्यालय को भेजे गए पत्र में यह भी लिखा है कि क्षेत्र में गोली चलने की वारदात को विभिन्न गिरोह के बदमाश समय-समय पर अंजाम देते रहते हैं। बॉक्स
क्षेत्र के विकास को लेकर विभिन्न मंचों पर अपनी मांग रखने वाली संस्था नजफगढ़ विकास मंच की ओर से उपराज्यपाल अनिल बैजल को समय-समय पर इस बाबत पत्र भेजा जाता रहा है। पत्रों में इस बात की मांग की जाती रही है कि जिस तरह से नजफगढ़ में अपराध का पुराना इतिहास रहा है, उसे लेकर आज भी लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां हैं। इस वर्ष मार्च महीने में मंच के अध्यक्ष देवेंद्र बल्हारा ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर इस बाबत उनका ध्यान आकृष्ट कराया। बल्हारा बताते हैं कि अभी के समय में नजफगढ़ में विकास की कई बड़ी परियोजनाएं चल रही है। ऐसे में पुरानी छवि को बदलने की जरूरत है, जिसे देखते हुए क्षेत्र में पुलिस की उपस्थिति बढ़नी चाहिए। नए-नए थाने खोले जाने चाहिए। ऐसा तभी हो सकता है जब यहां नया पुलिस जिला बने। उपराज्यपाल ने पत्र का संज्ञान लिया और पुलिस से यह पूछा कि क्या नजफगढ़ नया पुलिस जिला बन सकता है।
गौरतलब हो कि अभी दिल्ली पुलिस के अंतर्गत 15 जिला आते हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट, मेट्रो, रेलवे सहित कई अन्य यूनिट आते हैं।