1008 घरों में भगवान श्रीकृष्ण का ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे भक्त
फोटो नंबर 5 यूटीएम 15 पंजाबी बाग स्थित इस्कॉन मंदिर परिसर के साथ-साथ 1008 भक्त मंदिर प्रबंधन के नेतृत्व में अपने-अपने घरों में वृंदावन की थीम पर आधारित सजावट भगवान का श्रृंगार व पूजन करेंगे
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : हर साल जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर की भव्य सजावट व झांकियों को देखने के लिए लाखों की तादाद में भक्त मंदिर में जुटते थे। पर इस बार कोरोना वायरस के चलते पंजाबी बाग स्थित इस्कॉन मंदिर परिसर के साथ-साथ 1008 भक्त मंदिर प्रबंधन के नेतृत्व में अपने-अपने घरों में वृंदावन की थीम पर आधारित सजावट, भगवान का श्रृंगार व पूजन करेंगे। भक्त मंदिर के साथ-साथ इन सभी 1008 घरों की सजावट व भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कर सकेंगे। फेसबुक व यूट्यूब पर मंदिर के पेज पर सभी स्थानों का लाइव प्रसारण किया जाएगा। शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए श्रद्धालु इन 1008 भक्तों की अनुमति पर उनके घर पहुंचकर भगवान के दर्शन करने के साथ उन्हें झूला झुला सकेंगे।
पंजाबी बाग स्थित इस्कॉन मंदिर प्रबंधन कमिटी से जुड़े प्रेमांचल दास ने बताया कि इस बार जन्माष्टमी का उत्सव हर साल से भी अधिक भव्य होगा। हर साल एक स्थान पर भक्त जुटते थे और धूमधाम से भगवान का जन्मोत्सव मनाते थे। पर इस बार 1008 स्थानों पर भगवान का पूजन व उत्सव होगा। इसके अलावा विशेष तैयारियां की गई है। असल में हर साल जन्माष्टमी के अवसर पर करीब तीन लाख भक्त दर्शन के लिए पहुंचते थे। पर इस बार कोरोना महामारी के चलते यह संभव नहीं है। शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग के निर्देश को मद्देनजर रखते हुए जन्माष्टमी के अवसर पर मंदिर परिसर खुलने का विचार किया गया था। पर लाखों की तदाद में भक्तों की भीड़ का प्रबंधन करना मुश्किल है। ऐसे में निर्णय लिया गया है कि मंदिर परिसर को बंद ही रखा जाएगा। हालांकि भगवान का पूजन, अभिषेक, श्रृंगार, मंगल आरती, कीर्तन व मंदिर की सजावट सब की जाएगी। इस बार भगवान की पोशाक व आभूषण मुंबई के प्रख्यात डिजाइनर द्वारा डिजाइन की गई है। जहां तक सजावट में इस्तेमाल होने वाले फूलों की बात है, कोरोना वायरस के कारण मंडी में फूल की तादाद व वेरायटी दोनों ही काफी कम है। जिसके कारण थोड़ी परेशानी हो रही है, पर बंदोबस्त किया जाएगा। इसके अलावा भगवान को अर्पित करने के लिए मेवे, फल आदि की माला, भोग आदि के लिए सामग्री जुटाने का काम शुरू हो चुका है। घर को वृंदावन बनाने की प्रतियोगिता : 1008 भक्त जिनके घरों में भव्य सजावट व भगवान का पूजन होगा, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है। जन्माष्टमी के दिन वे वृंदावन की थीम पर आधारित सजावट यह सभी के बीच एक प्रतियोगिता है। जो सबसे सुंदर व भव्य सजावट करेगा, उनकी हौसलाअफजाई भी की जाएगी। इसके अलावा भगवान के पूजन में इस्तेमाल होने वाले बर्तन मंदिर प्रबंधन समिति की तरफ से भक्तों को दिए गए है। जन्माष्टमी के दिन पुजारी मंदिर में बैठकर ऑनलाइन के माध्यम से भक्तों को निर्देश देंगे और वे उसी अनुरूप भगवान का अभिषेक और पूजन करेंगे। इसके अलावा पूरे दिन भक्त घर में कीर्तन करेंगे। लाइव कर सकेंगे दर्शन :
जन्माष्टमी के अवसर पर भक्त ऑनलाइन मंदिर में आयोजित होने वाले प्रत्येक कार्यक्रम को लाइव देख सकेंगे। इसके अलावा हर उम्र के लोग के बीच प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जाएगा। जिसमें स्लोगन लेखन, फैंसी ड्रेस, कविता वादन व भजन गायन प्रतियोगिताएं शामिल है।