पैदल चल रहे लोग, जेब भी हो रही ढीली
जागरण संवाददाता बाहरी दिल्ली कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर 93
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली:
कृषि सुधार कानूनों को रद करवाने की मांग को लेकर 93वें दिन भी कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारी सिघु बार्डर पर बैठे रहे। इस वजह से आसपास के गांव के लोगों व राहगीरों को काफी परेशानियां हो रही हैं। उन्हें कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ रहा है। आटो, रिक्शा वाले भी कई गुना ज्यादा किराया मांग रहे हैं। हर दिन हरियाणा से दिल्ली व दिल्ली से हरियाणा नौकरी करने जाने वाले लोगों के लिए इतना ज्यादा किराया देना काफी मुश्किल है। मजबूरन किसी को पांच तो किसी को दस किलोमीटर से ज्यादा पैदल चलना पड़ रहा है। साथ ही आसपास के लोगों, जो फल सब्जियां बेचकर अपना जीवन यापन करते हैं व सिघु बार्डर के दुकानदारों व पेट्रोल पंप मालिकों का भी धंधा चौपट हो गया है। नरेला व बवाना में फैक्ट्रियां बंद हो गई हैं। लोग यहां से कमरे खाली कर अपने गांव जा चुके हैं। लोगों की परेशानी का कोई हल नहीं निकल रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग एक पर करीब आठ किलोमीटर दूर तक कृषि कानून विरोधियों ने कब्जा कर रखा है। इस वजह से हजारों वाहनों का अब गांवों के रास्तों से ही आवागमन हो रहा है। सिघु गांव भी इनमें से एक है। यहां पर कई बार तो इतना भयंकर जाम लग जाता है कि करीब डेढ किलोमीटर का सफर तय करने में लोगों को दो घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है।
कच्चे रास्तों से गुजर रहे लोग
राष्ट्रीय राजमार्ग एक बंद होने की वजह से काफी लोगों को कच्चे रास्तों से भी होकर गुजरना पड़ रहा है,वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको दीवारों से कूद कर भी अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है।