खिड़की गांव में दोबारा शुरू होगा निगम का पुराना टूटा स्कूल

अरविद कुमार द्विवेदी दक्षिणी दिल्ली खिड़की गांव में बना नगर निगम का जो जर्जर स्कूल वर्ष- 2013 मे

By JagranEdited By: Publish:Wed, 10 Feb 2021 10:35 PM (IST) Updated:Wed, 10 Feb 2021 10:35 PM (IST)
खिड़की गांव में दोबारा शुरू होगा निगम का पुराना टूटा स्कूल
खिड़की गांव में दोबारा शुरू होगा निगम का पुराना टूटा स्कूल

अरविद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली

खिड़की गांव में बना नगर निगम का जो जर्जर स्कूल वर्ष- 2013 में तोड़ दिया गया था वह अब दोबारा चालू किया जाएगा। इसे पोर्टा केबिन व टेंट में चालू किया जाएगा। करीब 50 साल पुराने इस स्कूल भवन का कुछ हिस्सा टिन शेड का था इसलिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने यहां नया स्कूल बनवाने का टेंडर जारी कर यहां के बच्चों को करीब दो किलोमीटर दूर सावित्री नगर में शिफ्ट कर दिया था। स्कूल का शिलान्यास हुआ, नींव खोदी गई लेकिन भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) की आपत्ति के कारण काम आगे नहीं बढ़ पाया। तब से लोग इस स्कूल के दोबारा चालू होने की राह देख रहे थे। अब निगम ने इसमें पोर्टा केबिन व टेंट में स्कूल को दोबारा शुरू करने का फैसला किया है।एसडीएमसी की शिक्षा समिति की अध्यक्ष डा. नंदिनी शर्मा ने बताया कि इस सेशन से स्कूल को शुरू कर दिया जाएगा।

इस स्कूल को दोबारा चालू करने की मांग को लेकर हाल ही में अपेक्षा सोसायटी की ओर से दिनेश अवस्थी, एमसी कपूर, गोविद जोशी, दीप्ति पांडेय, परविदर कौर आदि ने डा. नंदिनी शर्मा से मुलाकात की थी।

कई साल से लोग कर रहे थे मांग

पुराना स्कूल तोड़ने के बाद नगर निगम ने यहां पर 16 कमरों वाला नया स्कूल बनाने के लिए टेंडर जारी किया था। छह अप्रैल 2013 को स्कूल का शिलान्यास किया गया था। स्कूल के पास ही एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारक है। संरक्षित स्मारकों के 100 मीटर के दायरे में एएसआई की अनुमति के बिना कोई निर्माण कार्य नहीं करवाया जा सकता है। इसलिए एएसआई ने इस पर आपत्ति लगा दी जिस कारण काम रोक दिया गया था।

गांव वालों की समस्या यह थी कि सावित्री नगर वाले स्कूल में एक और स्कूल के बच्चे पहुंच जाने से वहां जगह कम पड़ गई। वहीं, दूरी के कारण भी बहुत से बच्चों का स्कूल छूट गया था।

chat bot
आपका साथी