वार्ड में कंटेनमेंट जोन बढ से जिम्मेवारी बढ़ी : सत्यपाल मलिक
नजफगढ़ के रोशनपुरा वार्ड में कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ी है। जिसकी वजह से प्रशासन की ओर से कैंटोनमेंट जोन घोषित करना पड़ा। दैनिक जागरण से बातचीत में स्थानीय पार्षद सत्यपाल मलिक ने कहा कि कैंटोनमेंट जोन बढ़ने से उनकी जिम्मेवारी बढ़ गई है। इसलिए उनकी प्राथमिकता बदल गई है। कैंटोनमेंट जोन की जोर शोर से सफाई के साथ नियमित तौर पर प्रतिदिन संक्रमणरोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है। सत्यपाल मलिक ने कहा कि गलियों सड़कों और नालियों की सफाई का भी ध्यान इसलिए भी रखना पड़ रहा है क्योंकि खोदाई कर छोड़ी सड़कों की वजह से पानी जमा हो जा रहा है। इनका कहना है कि इन दिनों रोशन गार्डन के बीच से निकलनेवाले नाले में कुड़ा कचरा के साथ भरे गंदे पानी से दुर्गंध आने लगी है। इससे यहां रहनेवाले लोगों के स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : नजफगढ़ के रोशनपुरा वार्ड में कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ी है, जिसकी वजह से प्रशासन की ओर से इसे कंटेनमेंट जोन घोषित करना पड़ा। दैनिक जागरण से बातचीत में स्थानीय पार्षद सत्यपाल मलिक ने कहा कि कंटेनमेंट जोन बढ़ने से उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। कंटेनमेंट जोन की सफाई के साथ नियमित तौर पर प्रतिदिन संक्रमणरोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
सत्यपाल मलिक ने कहा कि गलियों, सड़कों और नालियों की सफाई का भी ध्यान इसलिए भी रखना पड़ रहा है, क्योंकि खोदाई कर छोड़ी सड़कों की वजह से पानी जमा हो जा रहा है। पार्षद ने कहा कि इन दिनों रोशन गार्डन के बीच से निकलने वाले नाले में कूड़े के साथ भरे गंदे पानी से दुर्गध आने लगी है। इससे यहां रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर खराब प्रभाव पड़ रहा है। बाढ़ नियंत्रण विभाग न तो नाले के निर्माण में रुचि दिखा रहा है और न ही सफाई करा रहा है। कॉलोनी के आधे मकान नाले के किनारे बसे हैं। मकान और नाले के बीच की सड़क भी धंस चुकी है। जब भी बारिश होगी, नाले का पानी ओवरफ्लो होने लगता है। अगर बाढ़ नियंत्रण विभाग ने त्वरित कारवाई नहीं की तो मकानों की नींव भी खिसक सकती है।