कोरोना काल में युवा कलाकारों को तराश रहा एनजीएमए

विभिन्न कार्यशालाओं आदि के जरिये एनजीएम से जुड़े कलाकारों की कलाकृतियां आनलाइन प्रदर्शित की जाती है। एनजीएमए की वेबसाइट पर ये कलाकृतियां कलाकार खुद अपलोड करते हैं। दरअसल यह ओपन प्लेटफार्म है। जिस पर कलाकार अपना प्रोफाइल बनाकर अपनी कलाकृतियां सबमिट करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 08:49 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 08:49 PM (IST)
कोरोना काल में युवा कलाकारों को तराश रहा एनजीएमए
कोरोना काल में युवा कलाकारों को तराश रहा एनजीएमए

संजीव कुमार मिश्र, नई दिल्ली

कोरोना काल में युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (एनजीएमए) ने सराहनीय पहल की है। एनजीएमए देशभर के दिग्गज कलाकारों को एक छत के नीचे लाकर ऑनलाइन कार्यक्रमों का आयोजन करा रहा है, जिसके जरिये युवा कलाकार कला की बारीकियां सीख रहे हैं। कलाकारों द्वारा बनाई गई कलाकृतियों को एनजीएमए की वेबसाइट पर प्रदर्शित भी किया जा रहा है। एनजीएमए की अनूठी पहल से देशभर के विभिन्न शहरों से करीब एक हजार कलाकार जुड़ चुके हैं। विभिन्न शहरों के कलाकार

एनजीएमए पदाधिकारी बताते हैं कि उत्तर प्रदेश के लखनऊ, बनारस, गोरखपुर ही नहीं बिहार के पटना, दरभंगा से कलाकार जुड़े हैं। सबसे ज्यादा कलाकार उत्तराखंड एवं पूर्वोत्तर से जुड़े हैं। बेंगलुरु, केरल से भी बड़ी संख्या में छात्रों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। सबसे खास बात यह दिखी कि छोटे कस्बों एवं गांवों से भी बड़ी संख्या में कलाकार एनजीएमए से जुड़े। कैसे जुडे़ कलाकार

एनजीएमए ने कोरोना काल में कई ऑनलाइन कार्यशाला आयोजित की। हाल ही में ग्रीष्मकालीन नैमिषा कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था, जिसमें देशभर से तीन हजार से ज्यादा कलाकारों ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें से करीब छह सौ बच्चों को नैमिषा ग्रीष्मकालीन वर्कशॉप में भाग लेने का अवसर प्राप्त हुआ। इसके अलावा विभिन्न कार्यशालाओं में भी कलाकारों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कुल मिलाकर एक हजार कलाकार एनजीएमए से जुड़े। दिग्गजों से सीख रहे बारीकियां

एनजीएमए ने एक दिग्गज कलाकारों की एक टीम बनाई है, जिसमें हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट के विभागाध्यक्ष प्रो. हर्षवर्धन शर्मा, बीएचयू पेंटिग विभाग के डीन प्रणाम सिंह, फ्रीलांस आर्टिस्ट कंचन चंदर, सुनील विश्वकर्मा सरीखे जाने माने नाम हैं। ये ऑनलाइन माध्यम से कलाकारों से जुड़ते हैं और उन्हें पेंटिग, पोट्रेट, मूर्तिकला, स्कल्पचर, प्रिट मेकिग, इंद्रजाल (मैजिक आर्ट, कठपुतली आदि) बनाना सिखाते हैं। वेबसाइट पर प्रदर्शित करने का मौका

विभिन्न कार्यशालाओं आदि के जरिये एनजीएमए से जुड़े कलाकारों की कलाकृतियां एनजीएमए की वेबसाइट पर प्रदर्शित की जाती हैं। दरअसल, यह ओपन प्लेटफॉर्म है, जिस पर कलाकार अपना प्रोफाइल बनाकर अपनी कलाकृतियां सबमिट करते हैं। कलाकृति सबमिट करने के बाद कलाकार एनजीएमए को ईमेल के जरिये सूचित करते हैं। एनजीएमए बहुत जल्द इनमें से सर्वाधिक पसंद की गई कलाकृतियों की एक लिस्ट भी जारी करेगा। कोट्स

कोरोना काल में युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करना हमारा मकसद है। ताकि वो कला के जरिये अपनी भावनाएं बता पाएं। ये कलाकृतियां हमारी वेबसाइट पर भी प्रदर्शित हें, जिन्हें कोई भी देख सकता है। अद्वैत गड़नायक, निदेशक, एनजीएमए

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