शिक्षा पर अधिक बजट से सुधर रहे परीक्षा परिणाम

दिल्ली में शिक्षा के स्तर में लगातार सुधार देखा जा रहा है। जो सरकारी स्कूल कभी प्राइवेट स्कूलों के परीक्षा परिणाम के मामले में आगे रहते थे आज वे पीछे हैं। इस बार 12वीं की परीक्षा में सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों से 6 फीसद आगे रहे हैं तो सरकारी स्कूलों का दसवीं का परीक्षा परिणाम भी बेहतर रहा है। इस सब पर ध्यान देने पर साफ हो जाता है कि यह कोई जादू की छड़ी से नहीं हुआ है इस सब के पीछे सरकार की शिक्षा को बढ़ावा देने की सोच शामिल है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 08:12 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 08:12 PM (IST)
शिक्षा पर अधिक बजट से सुधर रहे परीक्षा परिणाम
शिक्षा पर अधिक बजट से सुधर रहे परीक्षा परिणाम

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली :

दिल्ली में शिक्षा के स्तर में लगातार सुधार हो रहा है। जो सरकारी स्कूल कभी निजी स्कूलों के परीक्षा परिणाम के मामले में पीछे रहते थे आज वे आगे हैं। इस बार 12वीं की परीक्षा में सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से छह फीसद आगे रहे हैं वहीं दसवीं का परीक्षा परिणाम भी बेहतर रहा है।

आप सरकार में शिक्षा की अहमियत की बात करें तो सत्ता में आते ही स्कूलों में ढांचागत सुविधाओें को बढ़ावा दिया गया है। शिक्षा के स्तर पर जोर दिया गया। इस कारण शिक्षा का बजट भी लगातार बढ़ता जा रहा है। आप सरकार का दावा है कि वह शिक्षा पर अधिक बजट खर्च करती हैं।

इस साल भी 24 फीसद से अधिक बजट शिक्षा के लिए निर्धारित किया है। 2015 में शिक्षा पर बजट 9836 करोड़ निर्धारित किया गया था जो 2018 में 13,997 करोड़ पर पहुंच गया और अब इस वित्तीय वर्ष के लिए 15815 करोड़ का बजट शिक्षा के लिए निर्धारित है। कोरोना को देखते हुए इस वर्ष इस राशि का मिल पाना भले ही संभव न हो, मगर सरकार की इच्छाशक्ति में कोई कमी नहीं दिख रही है। दिल्ली सरकार शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए अपने शिक्षकों को भ्रमण कराकर दूसरे देशों की शिक्षण व्यवस्था से भी रूबरू करा चुकी है। दिल्ली के शिक्षा मॉडल को आज कुछ राज्य अपने यहां भी अपनाने की बात कर रहे हैं। -------------

हमारी सरकार का नारा है कि जब पढ़ेंगे बच्चे तो आगे बढ़ेगा प्रदेश। हमने लगातार शिक्षा का बजट बढ़ाया है। स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान दिया है। उसका असर देखने को मिल रहा है। आज दिल्ली के सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम लगातार ऊपर जा रहा है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे बड़ी संख्या में आइआइटी और मेडिकल प्रवेश परीक्षा में सफल हो रहे हैं और दाखिला ले रहे हैं। सरकार बच्चों को अंग्रेजी बोलने का प्रशिक्षण दिला रही है। आज बच्चे फर्राटेदार अंग्रेजी बोल रहे हैं। गोपाल राय, कैबिनेट मंत्री, दिल्ली सरकार

शिक्षा पर किस वर्ष में कितना बजट किया निर्धारित

वर्ष रुपये

2015-16- 9836 करोड़ 2016-17 - 10690 करोड़ 2017- 18 - 11300 करोड़ 2018- 19- 13997 करोड़ 2019- 20-. 15601 करोड़ 2020-21 - 15815 करोड़

chat bot
आपका साथी