उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व हरियाणा से दिल्ली में खपाए जा रहे अवैध हथियार

हाल के समय में लूट व गोली चलने की घटनाओं ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बदमाशों के पास अवैध हथियार बड़ी आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Oct 2020 05:09 PM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 01:35 AM (IST)
उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व हरियाणा से दिल्ली में खपाए जा रहे अवैध हथियार
उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश व हरियाणा से दिल्ली में खपाए जा रहे अवैध हथियार

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली : हाल के समय में लूट व गोली चलने की घटनाओं ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बदमाशों के पास अवैध हथियार बड़ी आसानी से उपलब्ध हो रहे हैं। अधिकांश मामलों में अवैध हथियार उत्तरप्रदेश के मेरठ व हरियाणा के मेवात व मध्यप्रदेश के धार जिला स्थित मनावर व खालघाट इलाके से लाए जाते हैं। हाल में बरामद अधिकांश हथियार इन्हीं जगहों के बने मिले। पुलिस के अनुसार लूट की घटनाओं में हो रहे इजाफे का सबसे बड़ा कारण हथियारो का आसानी से उपलब्ध होना है। पहले बदमाश जहां चोरी करते थे वहीं अब बदमाश चोरी करने की बजाय लूटपाट ज्यादा आसान समझ रहे हैं। क्षेत्र की बात करें तो द्वारका जिला पुलिस इस वर्ष अभी तक करीब 223 अवैध हथियार बरामद कर चुकी है। वहीं पश्चिमी जिला पुलिस भी समय-समय पर अवैध हथियारों की खेप बरामद करती रहती है।

मेरठ, मेवात व मध्यप्रदेश का लिक :

रजौरी गार्डन थाना पुलिस ने पिछले महीने एक शख्स पर गोली चलने के मामले की तहकीकात शुरू की। मामले की जड़ तक पहुंचने के दौरान पुलिस को एक ऐसे गिरोह के बारे में पता चला जो दिल्ली के बदमाशों को हथियारों की आपूर्ति करता है। इस मामले में गिरफ्तार एक शख्स से पुलिस को पता चला कि वह अभी तक करीब 40 पिस्टल बदमाशों को बेच चुका है। ये पिस्टल मेरठ से खरीदकर दिल्ली में खपाया जाता था। पिछले महीने ही द्वारका जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने एक बदमाश को गिरफ्तार किया उससे पता चला कि पिस्टल मेवात से खरीदकर लाया जाता था। द्वारका जिला पुलिस के स्पेशल स्टाफ ने ही इसी वर्ष एक बदमाश से सात पिस्टल बरामद किए थे। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला था कि आरोपित क्षेत्र के सक्रिय बदमाशों को हथियारों की आपूर्ति करता था। अवैध हथियारों को आरोपित मध्यप्रदेश के मनावर व खालघाट इलाके से खरीदकर लाता था। कोई शक न करे इसके लिए हथियारों की खेप को टूरिस्ट बैग में छुपाकर रखता था और पर्यटकों के किसी भी दल में शामिल होकर दिल्ली पहुंचता था।

अवैध हथियारो पर कैसे लगे रोक : पुलिस के अनुसार सबसे बड़ी समस्या इस बात को लेकर है कि आजकल वारदात को अंजाम देने वाले ज्यादातर बदमाश ऐसे हैं जिनकी उम्र कम है। ऐसे लोग जिन्होंने पहले कभी जुर्म ही नहीं किया है उनका न तो रिकार्ड पुलिस के पास होता है और न ही पुलिस उनपर शक करती है। गिरोहों को संचालित करने वाले बदमाश अब इस बात को बखूबी समझते हैं इसलिए वे किशोरों का इस्तेमाल खूब करते हैं।

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