जनता का काम नहीं कर सकते तो पद छोड़ दें डीसी : प्रवेश शर्मा
अगर जनता का काम नहीं कर सकते तो पद छोड़ दें डीसी-प्रवेश शर्मा
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली:
देश में लोकतंत्र है और लोकतांत्रिक व्यवस्था तभी कायम रह सकती है जब जनता के काम किए जाएं। अधिकारी जनता के सेवक हैं और जनप्रतिनिधियों को जनता ने चुना है। जनप्रतिनिधि जनता से जुड़ी समस्याएं उठाते हैं और इसे अधिकारियों को हर हाल में मानना होगा। यह बात नेता सदन प्रवेश शर्मा ने शाहदरा उत्तरी जोन की बैठक में कही।
आम तौर पर नेता सदन जोन की बैठकों में नहीं आते हैं, लेकिन शुक्रवार को जोन चेयरमैन केके अग्रवाल के विशेष आमंत्रण पर प्रवेश शर्मा पहुंचे थे। बैठक में शर्मा ने कहा कि सभी पार्षदों की चाहे वह पक्ष में हो या विपक्ष में, उनकी शिकायत है कि निगम उपायुक्त से लेकर अन्य अधिकारी पार्षदों के फोन नहीं उठाते और उन्हें कॉल बैक नहीं करते। पार्षद जहां कार्रवाई के लिए कहते हैं वहां कुछ नहीं होता। सभी पार्षदों की यह शिकायत है कि डीसी फोन नहीं उठाते हैं। अगर उठाते हैं तो वे ठीक तरीके से जवाब नहीं देते हैं। सात महीने से किसी न किसी वजह से जोन की बैठक नहीं हो पा रही थी, जिसका अधिकारियों ने पूरा फायदा उठाया। पब्लिक हेल्थ इंस्पेक्टर से लेकर लाइसेंसिग अधिकारियों ने लूट मचा रखी है। भवन विभाग के अधिकारियों ने तो इंतहा कर दी है। भवन विभाग के जेई के प्रतिनिधि बनकर नाला बेलदार इलाकों में जाकर उगाही करते हैं, जबकि नाला बेलदार की तैनाती भवन विभाग में है ही नहीं। पूरी मनमानी चल रही है, लेकिन डीसी कुछ नहीं कर पा रहे हैं। वह जनता के काम तक नहीं कर रहे हैं। अगर डीसी जनता के काम नहीं कर सकते हैं तो वह यहां से चले जाएं, अन्यथा कोई और कदम उठाना पड़ेगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी कि वह भ्रष्टाचार से तौबा कर लें और जनता के हित में कार्य करें।