आप के विरोध के चलते भाजपा को रद करना पड़ा प्रस्ताव : दुर्गेश पाठक
आम आदमी पार्टी ने प्रदर्शन कर भाजपा शासित एमसीडी से सफाई कार्य को निजी हाथों में देने वाले काले कानून को पास न करने की मांग की- दुर्गेश पाठक - भाजपा शासित एमसीडी यह काला कानून पास करती है तो निजी कंपनियां दिल्ली के लाखों सफाई कर्मचारी का शोषण शुरू कर देंगी- दुर्गेश पाठक - भाजपा हमेशा से दलित विरोधी रही है और साजिश के तहत सफाई कार्य को निजी कंपनियों के हाथ में देना चाहती है- दुर्गेश पाठक नई दिल्ली 2
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और निगम प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि दक्षिणी नगर निगम सफाई सेवाओं को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी में था, लेकिन पार्टी के विरोध-प्रदर्शन के कारण ही भाजपा को उसे यह प्रस्ताव रद करना पड़ा।
बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में पाठक ने भाजपा पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर यह प्रस्ताव पारित हो जाता तो सफाई कर्मचारी हमेशा के लिए निजी कंपनियों के गुलाम हो जाते। वे पहले से ही मुश्किलों से अपना और अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे हैं, इस प्रस्ताव से वे और मुश्किल में आ जाते। देश में जो व्यवस्था अंग्रेजों के समय में थी, वही फिर से आ जाती।
उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा से दलित, गरीब और पिछड़े वर्ग के हित के लिए काम करती आ रही है। हम सफाई कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं और उनके हक के लिए सदा संघर्ष करते रहेंगे। सिविक सेंटर के बाहर प्रदर्शन
पत्रकार वार्ता से पूर्व दुर्गेश पाठक ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति में सफाई सेवाओं के निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में प्रदर्शन किया। सिविक सेंटर के बाहर प्रदर्शन में आप के पार्षद व अन्य कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। आप कार्यकर्ताओं ने भाजपा शासित निगम पर सफाई कर्मचारियों के खिलाफ काला कानून लाने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। बाद में पुलिस दुर्गेश पाठक, विधायक अखिलेशपति त्रिपाठी, कुलदीप कुमार समेत कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लेकर राजेंद्र नगर व कमला नगर थाने ले गई। जहां से कुछ देर बाद सभी को रिहा कर दिया गया।