'जगह-जगह कूड़ा नहीं फैलाना है, स्वच्छता को अपनाना है'

स्वच्छता का संदेश हर तरफ ही सुनाई देता रहता है। सड़कों पर आते जाते दीवारों पर या फिर नगर निगम के वाहनों पर आपको स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित करने वाले बैनर दिखाई देंगे लेकिन जगह-जगह गंदगी के ढ़ेर को देखकर ऐसा नहीं लगता कि इसका प्रभाव आम लोगों पर पड़ रहा है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प तो सभी लेते हैैं लेकिन यह संकल्प धरातल पर आने से पहले ही धराशायी हो जाता है। पर्यावरण को स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। जिसे हम सभी को पूरी निष्ठा से निभाना चाहिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 01:33 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 01:33 AM (IST)
'जगह-जगह कूड़ा नहीं फैलाना है, स्वच्छता को अपनाना है'
'जगह-जगह कूड़ा नहीं फैलाना है, स्वच्छता को अपनाना है'

जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली :

स्वच्छता का संदेश हर तरफ ही सुनाई देता रहता है। सड़कों पर आते जाते, दीवारों पर या फिर नगर निगम के वाहनों पर आपको स्वच्छ भारत अभियान या स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रेरित करने वाले बैनर दिखाई देंगे, लेकिन जगह-जगह गंदगी के ढ़ेर को देखकर ऐसा नहीं लगता कि इसका प्रभाव आम लोगों पर पड़ रहा है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प तो सभी लेते हैैं, लेकिन यह संकल्प धरातल पर आने से पहले ही धराशायी हो जाता है। पर्यावरण को स्वच्छ रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। जिसे हम सभी को पूरी निष्ठा से निभाना चाहिए।

पर्यावरण को स्वच्छ व सुंदर रखने के लिए सबसे पहले इलाके की साफ-सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। साफ-सफाई की जिम्मेदारी निगम की है, लेकिन बिना लोगों के सहयोग के इलाके को स्वच्छ रखना मुमकिन नहीं है। हालत यह है कि इलाके में सड़क किनारे व कालोनियों में स्थित खाली प्लाट कूड़े से भरे रहते हैं। इससे निकल रही बदबू से परेशान लोगों का जीना दुश्वार हो जाता है। हालत तब और भयावह हो जाती है, जब कालोनियों के बीच में मौजूद खाली प्लाट में फेंके गए कूड़े में आग लगा दी जाती है। ध्यान रखने की बात-

खाली प्लाट से कूड़ा उठाने की जिम्मेदारी निगम की नहीं है, लेकिन निगम प्लाट मालिक का चालान कर वहां पर साफ-सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार एजेंसी है। फिर भी इसको लेकर लापरवाही बरती जाती है, जिस कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर इलाके में साफ-सफाई की व्यवस्था बनी रहेगी तो कूड़े में आग लगाने की घटना पर अपने आप रोक लग जाएगी। दक्षिणी वार्ड का इलाका- लाल फार्म सिद्धार्थी एन्क्लेव

यह मोहन गार्डन दक्षिणी वार्ड का इलाका है और यहां पर पिछले काफी समय से कूड़ा पड़ा हुआ है। साथ ही यहां पर पशु खाने की तलाश में दिन भर भटकते रहते हैं। ऐसे में कूड़ा काफी दूर तक फैल जाता है। कूड़े के कारण आसपास के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

रामा पार्क शीशा गोदाम रोड- यहां के खाली प्लाट पर कूड़ा फेंकने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। बारिश के दौरान यह कूड़ा बहकर बाहर निकल जाता है और साथ ही सड़ने भी लगता है। खाली प्लाट में आसपास के लोग कूड़ा जमा कर देते हैं। इससे स्थिति और भयावह हो जाती है। अगर इसे नहीं हटाया गया तो शरारती तत्व इसमें आग भी लगा सकते हैं। डीडीए फ्लैट्स के सामने- यही हाल हस्तसाल डीडीए फ्लैट के सामने की भी है। यहां पर कालोनियों से निकले कूड़े को फेंक दिया जाता है। जब कूड़ा ज्यादा मात्रा में जमा होता है तो आग लगा दी जाती है। इससे आसपास रहने वाले लोगों को परेशानी होने लगती है। एलआइजी फ्लैट हस्तसाल के सामने- एलआइजी फ्लैट हस्तसाल के सामने की हालत भी इन जगहों से अलग नहीं है। यहां पर लोग अपने घरों से पालीथीन में कूड़ा लाकर फेंक देते हैं। साथ ही इसमें आग लगने के बाद पालीथीन के जलने से जहरीला धुंआ निकलता है जो स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक होता है। लापरवाही बरतने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत है। निगम के साथ-साथ आम लोगों की है लापरवाही-

निगम व लोगों की लापरवाही साफ-सफाई में बाधा बन रही है। पंखा रोड ड्रेन हो या फिर नजफगढ़ ड्रेन। इसके आसपास की कालोनी में रहने वाले कई लोग अपने घर का कूड़ा सीधे इस ड्रेन में डाल देते हैं। साथ ही कई लोग सड़क किनारे ही कूड़ा डालने लगते हैं। ऐसे में कूड़े का निस्तारण सही तरीके से नहीं होता है और इससे स्थिति भयावह हो जाती है। दूसरी ओर, निगम भी इसको लेकर लापरवाही बरतता है। दोषियों के खिलाफ अगर कार्रवाई होती रहेगी तो लोगों के मन में डर रहेगा और वे यहां-वहां कूड़ा नहीं फेकेंगे। क्या कहते हैं स्थानीय लोग खाली प्लाट में जमा कूड़े बीमारी को दावत देते हैं। इस दिशा में संबंधित एजेंसी को ध्यान देने के साथ ही आम लोगों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। निगम को चाहिए कि इसको लेकर एक योजना तैयार करे।

- सोहन झा, मोहन गार्डन

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संतगढ़ इलाके के आसपास भी यह समस्या काफी जटिल है। केशोपुर मंडी के सामने खाली प्लाट पर आए दिन कूड़े में आग लगाने की घटना सामने आती है। इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगनी चाहिए।

- कमलजीत, संतगढ़

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बोले जिम्मेदार- निगम की ओर से साफ-सफाई को लेकर विशेष ध्यान रखा जाता है। हस्तसाल एलआइजी व डीडीए फ्लैट के सामने सड़क के किनारे कूड़ा जमा होने की समस्या है। निगम की ओर से मानिटरिग बढ़ाई जाएगी और साथ ही लोगों से अपील है कि वह निगम का साथ दें और यहां-वहां कूड़ा मत फेंके। निगम द्वारा तय स्थान पर ही कूड़ा फेकें, जिससे कि उसका निस्तारण किया जा सके। - श्वेता सैनी, चेयरमैन, पश्चिमी जोन -----------------------

दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के क्षेत्र में दोपहर 12 बजे तक हर जगह से कूड़ा उठा लिया जाता है। सेवा समर्पण अभियान के तहत साफ-सफाई को लेकर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। खाली प्लाट में पड़े कूड़े के लिए प्लाट मालिक का चालान किया जाता है। अगर कहीं पर समस्या है तो उसका निस्तारण किया जाएगा। - कर्नल बीके ओबेराय, अध्यक्ष, स्थाई समिति, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम

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