विकास की तलाश में दिल्ली पुलिस ने झोंकी ताकत
मंत्री संतोष शुक्ला की कानपुर के स्थानीय थाने में हत्या करने के बाद वह तीन महीने तक पुलिस को चकमा देकर भागते रहा था। उस समय भी उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार उसके पीछे पड़ी रही थी। स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच की कई टीमें अपने तमाम नेटवर्क के जरिए विकास दुबे को दबोचने की कोशिश कर रही है
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोप में फरार चल रहे कुख्यात विकास दुबे के फरीदाबाद में देखे जाने के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल व क्राइम ब्रांच के अलावा सभी जिला पुलिस ने भी अपने-अपने स्तर से उसकी तलाश शुरू कर दी है। अपने-अपने मुखबिर तंत्र व इनपुट के आधार पर विकास को दबोचने के लिए दिल्ली पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। पुलिस आयुक्त ने दिल्ली पुलिस को अलर्ट कर दिया है।
दिल्ली पुलिस को आशंका है कि फरीदाबाद से भागने के बाद विकास दिल्ली में भी अपने किसी परिचित के पास व अन्य जगह पर शरण ले सकता है। कानपुर से औरेया व ग्वालियर होते हुए विकास अपने गांव के ही साथी प्रभात के साथ गत दिनों फरीदाबाद पहुंचा था। दो दिन तक तो वह अपने रिश्तेदार अंकुर के घर पर रुका। वहां से मंगलवार को होटल में कमरा लेने की कोशिश की, लेकिन आइडी न देने के कारण उसे कमरा नहीं मिल पाया।
पुलिस को आशंका है कि फरीदाबाद से विकास अकेले ही ऑटो से भाग निकला। दिल्ली आने की आशंका के मद्देनजर सभी 15 जिला पुलिस ने अपने-अपने इलाके के होटल व गेस्ट हाउस मालिकों को बीट अफसरों के जरिये सचेत कर दिया है । उनसे कहा गया है कि अगर उनके यहां कोई संदिग्ध व्यक्ति ठहरने आता है तो तुरंत उसकी सूचना संबंधित थाने को दें।
पुलिस का कहना है कि विकास बेहद शातिर अपराधी है। पुलिस को चकमा देने में वह माहिर है। 2001 में भाजपा के मंत्री संतोष शुक्ला की कानपुर के थाने में हत्या करने के बाद वह तीन महीने तक पुलिस को चकमा देकर भागता रहा था।