पौधों के संरक्षण के लिए ऑडिट कराएगी दिल्ली सरकार
वन एवं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हर बार यह सवाल उठता है कि जो पौधे लगाए गए उनमें से कितने बचे? कितने पौधों का आगे विकास हुआ यह कैसे पता चलेगा?
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : वन एवं पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हर बार यह सवाल उठता है कि जो पौधे लगाए गए, उनमें से कितने बचे? कितने पौधों का आगे विकास हुआ, यह कैसे पता चलेगा? इसलिए पिछले साल जो पौधे लगाए गए थे, उनका एक साल बाद थर्ड पार्टी ऑडिट कराया जाएगा। अब हर साल लगाए गए पौधों का ऑडिट कराया जाएगा। इस साल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून वन विभाग इन पौधों का ऑडिट करेगा।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों दिल्ली सरकार और अन्य विभागों की तरफ से दिल्ली में जो पौधरोपण हुआ है, उसमें 2019 में 325 वर्ग किलोमीटर हरित क्षेत्र था। दो साल में सैटेलाइट के जरिये ग्रीन क्षेत्र का आकलन किया जाता है। 2017 में 299 था, जो 2019 में बढ़कर 325 हो गया है। इससे दिल्ली के प्रदूषण को नियंत्रित करने में काफी सहायता मिलेगी।
दिल्ली के पर्यावरण को साफ-सुथरा बनाने के लिए पौधे लगाने और उनकी देखभाल पर विभिन्न विभागों ने लाखों रुपये खर्च किए हैं। इन पौधों की वर्तमान हालत की सही जानकारी के लिए दिल्ली में आदमी पार्टी की सरकार आने पर 2015 में थर्ड पार्टी ऑडिट कराने की व्यवस्था की गई थी। हालांकि दिल्ली सरकार और नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के अलावा अन्य एजेंसियां इससे बचती रही हैं। पौधरोपण करने में डीडीए, एनडीएमसी, तीनों एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली मेट्रो, रेलवे, शिक्षा विभाग आदि एजेंसियां मुख्य रूप से शामिल हैं।