दिल्ली में 10 दिन में मृत्यु दर एक फीसद से कम: सत्येंद्र जैन

राजधानी में कोरोना से बढ़ते मौत के मामलों पर रविवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले 10 दिनों में मृत्यु दर 0.9

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 11:13 PM (IST) Updated:Mon, 28 Sep 2020 05:13 AM (IST)
दिल्ली में 10 दिन में मृत्यु दर एक फीसद से कम: सत्येंद्र जैन
दिल्ली में 10 दिन में मृत्यु दर एक फीसद से कम: सत्येंद्र जैन

-पिछले 10 दिनों में मृत्यु दर 0.98 फीसद रही

-अस्पतालों में अभी भी 55 फीसद से ज्यादा बेड खाली

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली

राजधानी में कोरोना से बढ़ते मौत के मामलों पर रविवार को दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पिछले 10 दिनों में मृत्यु दर 0.98 फीसद रही है, जो एक फीसद से भी कम है। लगातार आठ दिनों से कोरोना के नए मामले चार हजार से कम आए हैं। इससे पहले चार हजार से अधिक मामले आ रहे थे। मामलों में कमी आने से स्पष्ट है कि दिल्ली में स्थिति सुधर रही है।

उन्होंने कहा कि कोरोना के मामले बढ़ने के कारण अस्पतालों में मरीजों का दबाव बढ़ने लगा था। अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या 7100 से ज्यादा पहुंच गई थी। अब अस्पतालों में 6800 से कम मरीज भर्ती हैं। अभी भी 55 फीसद से ज्यादा बेड खाली हैं। पिछले एक सप्ताह में औसत संक्रमण दर करीब साढ़े छह फीसद रही है। कोरोना से मृत्यु दर कम करने के लिए सरकार द्वारा गठित कमेटी के सदस्य डॉक्टरों ने विभिन्न अस्पतालों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान सुविधाएं ठीक पाई गई थीं। कमेटी ने कुछ कमियां बताई थी, जिसे ठीक कर लिया गया। सभी अस्पतालों में कमेटी दोबारा सुविधाओं का निरीक्षण करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने जांच तीन गुना बढ़ा दी है। इस वजह से कुछ दिनों तक मामले बढ़े, लेकिन अब मामलों में कमी आने लगी है। कनॉट प्लेस, लाजपत नगर व लक्ष्मी नगर मार्केट में संक्रमण के मामले पर उन्होंने कहा कि संक्रमण आवासीय इलाकों में फैलता है, मार्केट में नहीं। पानी भरने के लिए नहीं पड़ेगी मोटर की जरूरत

सत्येंद्र जैन जल मंत्री की कमान भी संभाल रहे हैं। उन्होंने पेयजल आपूर्ति व सीवरेज प्रबंधन के निजीकरण के मुद्दे पर कहा कि दिल्ली में बिजली की तरह 24 घंटे पानी की सुविधा भी उपलब्ध होगी। विकसित देशों में 24 घंटे पानी नल से उपलब्ध होता है। यहां भी छत के ऊपर टंकी रखने व पानी भरने की व्यवस्था खत्म हो जाएगी। विकसित देशों की तरह यहां भी पांच सालों में नल से 24 घंटे पानी उपलब्ध होगा। इस व्यवस्था को बनाने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति की जा रही हैं। कंसल्टेंट रिपोर्ट तैयार करके यह बताएगा कि पेयजल आपूर्ति में सुधार के लिए किस तरह के कदम उठाए जाने की जरूरत है, जिससे पानी का प्रेशर बढ़ सके और पानी भरने के लिए मोटर की जरूरत न पड़े। सरकार यह काम करके दिखाएगी।

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