कोविड-19 अस्पताल में तब्दील हुआ दीपचंद बंधु अस्पताल
देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए उत्तरी पश्चिमी जिला के अशोक विहार इलाके में स्थित दीपचंद बंधु अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया गया है। यहां पर अब केवल कोरोना के पीड़ितों का इलाज किया जाएगा। यहां पर दो सौ बेड की व्यवस्था की गई है।
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में लगातार कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए बाहरी दिल्ली इलाके के उत्तरी पश्चिमी जिले के अशोक विहार इलाके में स्थित दीपचंद बंधु अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है।
यहां पर अब केवल कोरोना के पीड़ित मरीजों का ही इलाज किया जाएगा। इस अस्पताल में दो सौ बेड की व्यवस्था की गई है। अभी इस अस्पताल में 40 से 50 कोरोना मरीजों का ही इलाज चल रहा है। इसके अलावा दिल्ली सरकार की ओर से गुरु तेग बहादुर (जीटीबी), लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी और सत्यवती राजा हरिश्चंद्र अस्पताल को भी कोविड-19 अस्पताल घोषित किया जा चुका है, ताकि कोरोना से पीड़ित मरीजों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पेड़।
चार हजार बेड की करनी है व्यवस्था
राजधानी में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को आदेश दिया है कि वे अपने-अपने जिले में कोरोना के मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाएं और अंतिम संस्कार और दफनाने के लिए अतिरिक्त जमीन की भी तलाश करें। मिली जानकारी के मुताबिक इसके तहत दिल्ली सरकार की ओर से हर जिले के जिाधिकारी को अपने-अपने जिले में चार हजार बेड की व्यवस्था करने को कहा गया है।
जॉटी गांव के पास हो सकती है जमीन
जानकारी के मुताबिक उत्तरी पश्चिमी जिला प्रशासन अंतिम संस्कार के लिए कंझावला स्थित जॉटी गांव के पास जमीन तलाश रहा है। हालांकि गांव वाले इसका विरोध कर सकते हैं।