अनुसंधान के क्षेत्र में भी अग्रणी होना जरूरी : योगेश सिंह

जागरण संवाददाता बाहरी दिल्ली दिल्ली प्राद्यौगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) में चौथे रिसर्च एक्सिलेंस अ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 15 Feb 2021 08:35 PM (IST) Updated:Mon, 15 Feb 2021 08:35 PM (IST)
अनुसंधान के क्षेत्र में भी अग्रणी होना जरूरी : योगेश सिंह
अनुसंधान के क्षेत्र में भी अग्रणी होना जरूरी : योगेश सिंह

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : दिल्ली प्राद्यौगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) में चौथे रिसर्च एक्सिलेंस अवा‌र्ड्स वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर डीटीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि हमें दुनिया के 200 सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों में शामिल होना है। आज हम दुनिया के 800 सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों के वर्ग में शामिल हैं, लेकिन अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अनुसंधान के क्षेत्र में भी अग्रणी होना जरूरी है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 78 विद्यार्थियों को पीएचडी की डिग्री प्रदान की गई है। 231 विद्यार्थियों ने डीटीयू से पीएचडी में रजिस्ट्रेशन करवाया है और वर्तमान समय में डीटीयू से 1131 विद्यार्थी पीएचडी कर रहे हैं। इस तरह यदि हमें अनुसंधान विश्वविद्यालय के तौर पर आगे बढ़ाना है तो कैंपस में पीएचडी के विद्यार्थियों की संख्या अधिक होनी चाहिए।

कुलपति ने रिसर्च एक्सिलेंस अवा‌र्ड्स के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस बार 1008 प्रकाशन डीटीयू से प्रकाशित हुए हैं, जिनमें से 300 से अधिक पेपर विद्यार्थियों के हैं। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इस साल रिसर्च एक्सिलेंस अवा‌र्ड्स के तहत कुल 191 रिसर्च पेपर्स को पुरस्कार मिल रहे हैं जबकि पिछले वर्ष ये आंकड़ा 116 था। उन्होंने बताया कि प्रीमियर रिसर्च अवा‌र्ड्स की श्रेणी में इस वर्ष 9 पुरस्कार घोषित किए गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कामेंडेबल रिसर्च अवा‌र्ड्स के तहत 182 रिसर्च पेपरों को पुरस्कृत किया गया है। इनमें एप्लाइड फिजिक्स, कम्प्युटर साइंस एंड इंजीनियरिग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिग, मैकेनिकल इंजीनियरिग, बायो टेक्नोलोजी, इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी, एप्लाइड केमिस्ट्री, एप्लाइड मैथेकेटिक्स, एनवायरमेंटल, सिविल और यूएसएमई के प्रकाशनों को पुरस्कृत हेतु चुना गया है।

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